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6 दिन की फिर रिमांड पर भेजा गया गैंगस्टर कौशल, अब इस मामले में होगी पूछताछ Gurugram News

हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर कौशल को पुलिस ने छह दिन की और रिमांड पर पर लिया है। अब कौशल से बुकी विजय बत्रा उर्फ तांत्रिक की हत्या मामले में पूछताछ होगी।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 07:03 PM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 07:03 PM (IST)
6 दिन की फिर रिमांड पर भेजा गया गैंगस्टर कौशल, अब इस मामले में होगी पूछताछ Gurugram News
6 दिन की फिर रिमांड पर भेजा गया गैंगस्टर कौशल, अब इस मामले में होगी पूछताछ Gurugram News

गुरुग्राम, जेएनएन। कुख्यात गैंगस्टर कौशल को छह दिन की और रिमांड पर क्राइम ब्रांच पालम विहार की टीम ने लिया है। इससे पहले गैंगस्टर जेडी की हत्या मामले में पूछताछ के लिए पांच दिन की रिमांड पर लिया था। रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद उसे बृहस्पतिवार दोपहर अदालत में पेश किया गया, जहां अब बुकी विजय बत्रा उर्फ तांत्रिक की हत्या मामले में उसे रिमांड पर लिया गया है।

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रिमांड के दौरान उससे संबंधित मामलों के लिए गठित एसआइटी भी पूछताछ करेगी। सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम) के नेतृत्व में गठित एसआइटी में क्राइम ब्रांच सेक्टर-17, क्राइम ब्रांच सेकटर-39 एवं क्राइम ब्रांच पालम विहार के साथ ही साइबर क्राइम थाना पुलिस के प्रभारी को शामिल किया गया है।

कई मामले हैं दर्ज
हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, रंगदारी जैसे आपराधिक मामलों के लिए कुख्यात गैंगस्टर कौशल के ऊपर गैंगस्टर जेडी, गैंगस्टर महेश अटैक, गैंगस्टर बिंदर गुर्जर के भाई पप्पू गुर्जर के साथ ही बुकी विजय बत्रा उर्फ तांत्रिक की हत्या कराने का आरोप है। आरोप है कि तांत्रिक ने उसने पैसे मांगे थे। नहीं देने पर अपने गुर्गों को भेजकर हत्या करा दी।

क्राइम ब्रांच पालम विहार के प्रभारी इंस्पेक्टर बिजेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में चल रही पूछताछ में उसने सभी की हत्या कराने का आरोप लगभग स्वीकार कर चुका है। उससे पता किया जा रहा है कि किस हत्या में किन गुर्गों का इस्तेमाल किया गया, कितने दिनों तक तैयारी की गई थी, हत्या करने के लिए हथियार किसने उपलब्ध कराए थे।

गैंगस्टर कौशल के मददगार रहे पुलिस अधिकारियों की सांस अटकी
बता दें कि गैंगस्टर कौशल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के कुछ अधिकारियों की सांस अटकी हुई हैं। पुलिस के ये अधिकारी गुरुग्राम और दक्षिण दिल्ली में तैनात रहे हैं। इन अधिकारियों के बारे में बताया जा रहा है कि ये कौशल के धंधे में उसके मददगार रहे हैं। पुलिस के इन अधिकारियों की मदद के चलते कौशल बेखौफ होकर रंगदारी मांगता था।
कौशल को भी इन अधिकारियों का पूरा सहारा रहता था क्योंकि उसने रंगदारी की कई डील इनकी मदद से सिरे चढ़ाई थी। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि कौशल इन्हीं अधिकारियों से सहयोग के वायदे पर दुबई से स्वदेश लौटा मगर जब राज्य के पुलिस महानिदेशक ने एयरपोर्ट से कौशल को सीधे स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को सौंपा तो उसके हौसले पस्त हो गए हैं।

मददगार पुलिसकर्मियों पर हो सकती है कार्रवाई
सिर्फ कौशल ही नहीं बल्कि उसके मददगार रहे पुलिस अधिकारी भी इससे परेशान हैं। पुलिस अधिकारियों की परेशानी का कारण यह है कि यदि कौशल ने एसटीएफ के सामने मुंह खोल दिया तो उनके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाएगी। क्राइम ब्रांच में तैनात पुलिस अधिकारियों के बीच यह बात गुरुग्राम, फरीदाबाद ही नहीं बल्कि दक्षिण दिल्ली में भी खूब चर्चा का विषय बन रही है। डीजीपी के सीधे हस्तक्षेप से बड़े पुलिस अधिकारी भी हैरान राज्य पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने कौशल को पकड़ने के लिए जिस तरह व्यक्तिगत रुचि ली, उससे भी कौशल के मददगार पुलिस अधिकारी परेशान हैं।
 

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