4 सदस्यीय टीम करेगी मेवात में दलितों पर कथित अत्याचार की जांच Gururgram News
पूर्व न्यायाधीश पवन कुमार ने कहा मेवात में अनुसूचित जाति के लोगों के साथ अत्याचार हो रहा है। महिलाओं का उत्पीड़न किया जा रहा है।
गुरुग्राम, सत्येंद्र सिंह। पूर्व न्यायाधीश पवन कुमार ने आरोप लगाया है कि मेवात में अनुसूचित जाति के लोगों के साथ अत्याचार हो रहा है। जबकि महिलाओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से इन शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण पीड़ित परिवारों को यह लग रहा है कि अब उन्हें अपनी इज्जत, अपना धर्म और अपनी धरती बचाने के लिए खुद संघर्ष करना पड़ेगा।
पूर्व न्यायाधीश पवन कुमार ने कहा कि इसीलिए श्री वाल्मीकि महासभा हरियाणा ने निर्णय लिया है कि चार सदस्यीय जांच समिति का गठन करके वहां की हकीकत को तथ्यों के साथ सरकार व समाज के सामने लाया जाए। वे सोमवार को अग्रवाल धर्मशाला में प्रेस कांफ्रेस को संबोधित कर रहे थे। पूर्व न्यायाधीश पवन कुमार को इस प्रकरण की जांच करने के लिए चार सदस्यीय जांच समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
ये होंगे जांच समिति के सदस्य
- पवन कुमार, पूर्व न्यायधीश (जांच समिति का अध्यक्ष)
- सुल्तान बाल्मीकि, अध्यक्ष, वाल्मीकि महापंचायत हरियाणा
- कन्हैया लाल आर्य, उपाध्यक्ष आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा
- देवदत्त शर्मा अध्यक्ष बार एसोसिएशन, सोहना
इन सभी इस जांच दल का सदस्य बनाया गया है। ये सभी लोग भी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पवन कुमार के साथ मौजूद रहे।
बता दें कि अभी हाल में ही विश्व हिंदू परिसद (विहिप) ने हिंदुओं पर कथित तौर पर हो रहे अत्याचार को लेकर जांच टीम का गठन किया था। विहिप की जांच में कई गांवों को हिंदू विहीन करने का आरोप लगाया गया था।
जाटौली मंडी में खुले में रखा गेहूं पानी से बर्बाद
वहीं पटौदी क्षेत्र में रविवार को हुई सात एमएम बारिश ने जहां किसानों के चेहरे खिल उठे वहीं निचले क्षेत्रों में जलजमाव हो गया। जाटौली मंडी में खुले में पड़ा सैकड़ों क्विंटल गेहूं भीग गया। गेहूं की ढेरी पर डाला गया तिरपाल तेज हवा में उड़ गया वहां पर उसे ठीक करने के लिए खरीद करने वाली सरकारी एजेंसी का कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। गेहूं इस कदर भीगा है कि वह सड़ने से बच नहीं पाएगा। ऐसे में देखरेख करने वाली एजेंसी की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। ऐसा तब हुआ जब एक दिन पहले भी बारिश हो चुकी है। वहीं बारिश होने से किसान खुश हैं।