फर्जी सर्टिफिकेट दिखा सेना में भर्ती हो रहे हैं 'पहलवान', ऐसे खुल गया राज
भर्ती हुए युवाओं का झूठ उस समय पकड़ा गया जब सेना ने सर्टिफिकेट की जांच कराने के लिए भारतीय कुश्ती संघ के पास भेजे। कुश्ती संघ की जांच में करीब 15 पहलवानों के सर्टिफिकेट फर्जी निकले।
गुरुग्राम [अनिल भारद्वाज]। रेसलिंग का फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाला गिरोह सेना में नकली पहलवानों को भर्ती करा रहा है। यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय है और कानून के शिकंजे से बाहर है। गिरोह युवाओं को फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर दे रहा है जिसमें उन्हें राष्ट्रीय चैंपियन दिखाया जा रहा है। हाल के दिनों में ऐसे फर्जी सर्टिफिकेट सामने आए हैं, जिनके बल पर युवा भारतीय थल सेना में भर्ती हुए थे।
जांच के समय खुला राज
भर्ती हुए युवाओं का झूठ उस समय पकड़ा गया जब सेना ने सर्टिफिकेट की जांच कराने के लिए भारतीय कुश्ती संघ के पास भेजे। कुश्ती संघ की जांच में करीब 15 पहलवानों के सर्टिफिकेट फर्जी निकले। सेना में भर्ती हुए युवाओं के पास राष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता होने के सर्टिफिकेट मिले हैं।
कुश्ती संघ के सहायक सचिव ने बताया सच
भारतीय कुश्ती संघ के सहायक सचिव विनोद तोमर का कहना है कि सेना के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा कर बता दिया गया है कि ये सर्टिफिकेट फर्जी हैं। साथ ही सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। संघ ने सेना से उनके कागजात भी उपलब्ध कराने के लिए कहा है, ताकि आगे गहराई से जांच की जा सके।
जल्द होंगे गिरफ्तार
विनोद तोमर ने कहा कि कुश्ती के कुछ प्रशिक्षक ऐसा काम कर रहे हैं और उन्हें पकड़ा जाना जरूरी है। फर्जी सर्टिफिकेट लेकर सेना में भर्ती होने वाले युवाओं पर एफआइआर दर्ज होनी चाहिए। इस फर्जीवाड़े को करने वालों की बड़ी संख्या हो सकती है। तोमर ने कहा कि अभी तक उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है कि सेना ने फर्जी सर्टिफिकेट के बल पर भर्ती होने वाले युवाओं के खिलाफ क्या कार्रवाई की है।