Corona Fighters: इंसानियत की मिसाल जज्बा बेमिसाल, अब तक 38 मरीजों का किया इलाज
Corona Fighters डॉ. कटारिया ने बताया कि 38 मरीजों में से 24 भारतीय हैं। इन मरीजों में 17 मरीज ठीक होकर जा चुके हैं और सोमवार को नौ मरीजों की रिपोर्ट उन्होंने भेजी है।
गुरुग्राम, प्रियंका दुबे मेहता। Corona Fighters: जहां एक तरफ लोग घरों में रहकर भी बीमारी से डर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग काम से प्रतिबद्ध हैं और सकारात्मक रहने की चुनौती के साथ आगे बढ़ रहे हैं। डॉक्टरों के सामने इस वक्त मरीजों के इलाज की जिम्मेदारी है और खुद को सकारात्मक रखने की चुनौती भी। इनके बुलंद हौसले फर्ज और इंसानियत की एक नई पटकथा लिख रहे हैं। मानवीयता और कर्तव्य की अनोखी मिसाल पेश कर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण है गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल की जनरल फिजीशियन डॉ. सुशीला कटारिया का। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी उनके जज्बे की सराहना की है।
अब तक 38 मरीजों का किया इलाज : सोमवार देर शाम तक 38 मरीजों का इलाज कर चुकीं डॉ. कटारिया पिछले दो हफ्तों से ज्यादा समय से कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच जा रही हैं। इस वक्त उनका एक ही लक्ष्य है, इन मरीजों को ठीक करके उनके घर भेजना। उन्होंने बताया कि 38 मरीजों में से 24 भारतीय हैं। इन मरीजों में 17 मरीज ठीक होकर जा चुके हैं और सोमवार को नौ मरीजों की रिपोर्ट उन्होंने भेजी है।
सुरक्षा का रखती हैं पूरा ध्यान : डॉ. कटारिया का कहना है कि उन्हें घर आते वक्त हर रोज यही लगता है कि वे संक्रमित हो गई हैं। ऐसे में बिना घबराए हुए बच्चों और परिवार के लिए कुछ सावधानियां रखती हैं। एक ही गाड़ी का उपयोग करती है, एक अलग जगह उस गाड़ी को पार्क करती हैं। दिन में चार से पांच बार नहाती हैं, ग्लब्स, मास्क और हैंड हाइजीन का पूरा ख्याल रखती हैं। पति कुछ बीमार हैं जिसकी वजह से उनकी इम्यूनिटी प्रभावित है, ऐसे में उन्हें उनकी मां के पास रहने को भेज दिया है।
सुकून के लिए व्यायाम : सुशीला का कहना है कि एक डॉक्टर को संक्रमित होने का खतरा रहता है ऐसे में वह उपायों के शॉर्टकट न अपनाएं बल्कि सही तरीके से प्रिकॉशन लें। सुशीला अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने और रोज की चुनौतियों के लिए मानसिक रूप से तैयार करने के लिए प्रतिदिन सुबह एक घंटा व्यायाम व योग करती हैं।