CBSE Class 10th Result 2020: डॉक्टर, इंजीनियर और अर्थशास्त्री बनना चाहते हैं टॉपर्स
CBSE Class 10th Result 2020 विद्यार्थियों ने बताया कि किस तरह उन्होंने परीक्षाओं के लिए तैयारी की और उन्हें परिणामों से किस प्रकार की अपेक्षाएं थीं।
गुरुग्राम [प्रियंका दुबे मेहता]। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की दसवीं कक्षा की परीक्षा में ब्लू बेल्स पब्लिक स्कूल सेक्टर 10 की छात्रा तारुषि कालरा ने 99.6 प्रतिशत, ब्लू बेल्स मॉडल स्कूल, सेक्टर चार की छात्रा श्रुति चुटानी ने 99.4 प्रतिशत अंक प्राप्त करके स्कूल में पहला स्थान प्राप्त किया है। इस परीक्षा में रेयान इंटरनेशनल स्कूल, सोहना रोड के विद्यार्थी अरिजीत चौधरी ने 99.2 प्रतिशत अंक प्राप्त करके स्कूल में पहला स्थान प्राप्त किया। विद्यार्थियों ने बताया कि किस तरह उन्होंने परीक्षाओं के लिए तैयारी की और उन्हें परिणामों से किस प्रकार की अपेक्षाएं थीं।
गणित - 100
विज्ञान - 100
संस्कृत - 100
अंग्रेजी- 100
सामाजिक विज्ञान - 98
कुल प्रतिशत अंक - 99.6
अर्थशास्त्र से पढ़ाई करना चाहती हैं तारुषी
ब्लू बेल्स पब्लिक स्कूल, सेक्टर, 10 की छात्रा तारुषी कालरा ने 99.6 प्रतिशत अंक प्राप्त करके स्कूल में पहला स्थान प्राप्त किया है। तारुषी आगे चलकर अर्थशास्त्र की पढ़ाई करना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने पढ़ाई करते हुए एक ही बात ध्यान में रखी कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताब की एक-एक लाइन उन्हें कंठस्थ हो। ऐसे में उन्होंने इस किताब से सभी विषय पढ़े और गणित व विज्ञान के लिए सैंपल पेपर्स का लगातार अभ्यास जारी रखा।
अंकों की अपेक्षा नहीं, ज्ञान के लिए की पढ़ाई
तारुषी के मुताबिक उन्होंने कभी अंक अर्जित करने का लक्ष्य न रखते हुए ज्ञानार्जन के लिए पढ़ाई की। उन्होंने हफ्ते में चार से पांच दिन नियमित पढ़ाई की। उन्होंने बताया कि उनके ऊपर माता-पिता या शिक्षकों का दबाव
नहीं था। मां वंदना कालरा और जेनपैक्ट कंपनी में वाइस प्रेसीडेंट पिता अनिल कालरा ने बस अपना सर्वश्रेष्ठ देने को कहा। उन्होंने कहा कि परिणाम चाहे जो भी हो उसका जश्न मनाएंगे।
अच्छे अंकों की थी उम्मीद
लॉर्ड शिवा अपार्टमेंट्स, सेक्टर 10 ए निवासी तारुषी ने बताया कि उन्होंने प्रीबोर्ड परीक्षा में भी अच्छे अंक प्राप्त किए थे ऐसे में उन्हें उम्मीद थी कि 98 प्रतिशत तक स्कोर कर लेंगी। इतने अच्छे अंक आएंगे इसकी उम्मीद नहीं थी। वे अपनी इस सफलता को परिवार के साथ मनाएंगी।
संगीत सुनना है पसंद
तारुषि को संगीत सुनना पसंद है और वे अच्छा गाती भी हैं। फुर्सत के क्षणों में उन्हें पॉप म्यूजिक सुनना बहुत पसंद है। इसके अलावा किताबें पढ़ने का भी शौक है।
चिकित्सक बनना चाहती हैं श्रुति
विषयवार अंक -
अंग्रेजी - 99
हिंदी - 100
विज्ञान - 99
गणित - 100
सामाजिक विज्ञान - 99
कुल प्रतिशत अंक - 99.4 प्रतिशत
ब्लू बेल्स मॉडल स्कूल, सेक्टर चार के छात्रा श्रुति चुटानी ने 99.4
प्रतिशत अंक प्राप्त करके स्कूल में पहला स्थान प्राप्त किया। शिवाजी नगर निवासी श्रुति अपनी मेहनत के परिणाम की प्रतीक्षा में थीं, वेबसाइट न चल पाने की वजह से उन्हें अंक पता नहीं चल सके थे। दैनिक जागरण के फोन से पिता को जब उनके परिणाम के बारे में पता चला तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। हालांकि श्रुति को अच्छे अंकों की उम्मीद थी लेकिन इतने अच्छे अंक आएंगे, इसका अंदाजा नहीं था। पिता राजेंद्र चुटानी को मन को किसी कोने में पूर्ण विश्वास था कि बेटी स्कूल टॉप करेगी।
सालभर की मेहनत
श्रुति को न तो टीवी का शौक है और न ही मोबाइल का। उन्हें सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई करना भाता है। शायद यही वजह है कि खाली समय में भी वे किताबें लेकर बैठ जाती थी। उन्होंने पढ़ाई के लिए घंटे भले ही न निर्धारित किए हों लेकिन पढ़ने के लिए वे दिन देखती थी, न रात। बस पढ़ते जाना ही उनका लक्ष्य था, अंक तो बाद की बात थी।
एनसीईआरटी से की पढ़ाई
श्रुति के मुताबिक उन्होंने किसी अन्य किताब पर निर्भर होने की बजाए केवल एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई की और एक-एक अध्याय तो कई-कई बार दोहराया ताकि कहीं भी कोई चूक न रह जाए।
पेंटिंग को शौक
जब पढ़ाई से ब्रेक लेना होता है तो श्रुति या तो सोना पसंद करती हैं या फिर रंगों को कैनवस पर उतारती हैं। उन्हें पेंट करने के लिए कोई विशेष मूड या वक्त नहीं चाहिए बल्कि वे आसपास के माहौल से अपने विषय चुनकर उसे
कागज पर उतार देती हैं। योग करके अपने आप को फिट रखती हैं। इन सबके अलावा विज्ञान से लेकर साहित्य तक की किताबें पढ़ने में भी उनकी रुचि है।
बहन से मिली मेडिकल में जाने की प्रेरणा
श्रुति की बड़ी बहन मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। श्रुति को जीवविज्ञान पढ़ना बहुत पसंद है। विषय के प्रति रुचि और बहन के पदचिह्न श्रुति को डॉक्टर बनने की ललक दे रहे हैं। श्रुति इसके लिए
लगातार कोचिंग भी ले रही हैं ताकि वे मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास कर सकें।
माता-पिता का सहयोग
श्रुति अपनी इस सफलता का श्रेय अपने स्कूल शिक्षकों के अलावा माता-पिता को देती हैं। पिता राजेंद्र चुटानी और मां नयनबाला को अपनी दोनों बेटियों से जो उम्मीदें थी, बच्चों ने उनसे बढ़कर प्रदर्शन किया। नयनबाला के
मुताबिक श्रुति का एक ही लक्ष्य है, सिर्फ और सिर्फ पढ़ते रहना। वह जो भी पढ़ती है उसे ज्ञान लेने के लिए पढ़ती हैं।
सतत मेहनत ने दिलाई अरिजीत को सफलता
विषयवार अंक -
गणित - 99
सामाजिक अध्ययन - 99
विज्ञान - 99
अंग्रेजी - 99
संस्कृत - 100
कुल प्रतिशत अंक - 99.2 प्रतिशत
श्याम कुंज, सोहना रोड निवासी अरिजीत चौधरी ने 99.2 प्रतिशत अंक प्राप्त करके रेयान इंटरनेशनल स्कूल, सोहना रोड में पहला स्थान प्राप्त किया है। हालांकि इंजीनियर नहीं बनना चाहते लेकिन अरिजीत आगे की पढ़ाई आइआइटी से करना चाहते हैं और इसके लिए परिश्रम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा में कुछ मामूली गलतियों की वजह से वे शत-प्रतिशत अंकों से चूक गए लेकिन अपनी इस सफलता से वे बेहद खुश हैं।
माता पिता और स्कूल का सहयोग
अरिजीत की मां सीमा भट्टाचार्य गृहणी हैं और पिता अभिजीत चौधरी टेक्सटाइल के क्षेत्र में कार्यरत हैं। दोनों ने अरिजीत को पढ़ाई का पूरा माहौल दिया ताकि किसी तरह का अतिरिक्त दबाव न आए। अरिजीत के मुताबिक माता पिता ने हर वक्त उनका हौंसला बढ़ाया और बताया कि वे अच्छा कर सकते हैं। अरिजीत अपने स्कूल शिक्षकों और प्राचार्य को भी इस सफलता का श्रेय देते हैं क्योंकि उन्होंने हर वक्त उनकी समस्याओं का समाधान दिया।
बार-बार दोहरान से मिली सफलता
अरिजीत के मुताबिक उन्होंने एनसीईआरटी की पुस्तकों का बार-बार दोहरान किया। परीक्षा से पहले तकरीबन छह से सात बार उन्होंने पूरा-पूरा पाठ्यक्रम रिवाइज किया जिससे उन्हें यह सफलता मिली। उनका कहना है कि
एनसीईआरटी में से ही प्रश्न आते हैं ऐसे में उन्हीं किताबों पर निर्भर रहकर पढ़ाई करनी चाहिए।
पढ़ाई के अलावा नहीं है कोई रुचि
अरिजीत को किताबों और पढ़ाई के अलावा कुछ नजर नहीं आता। थोड़ा बहुत चित्रकारी का शौक है, फुटबॉल और क्रिकेट भी खेल लेते हैं लेकिन उनकी रुचि केवल पढ़ाई में ही है।
रूपम की इंजीनियर बनने की है ख्वाहिश
विषयवार अंक :
गणित - 100
हिंदी - 100
विज्ञान - 99
अंग्रेजी - 99
सामाजिक अध्ययन - 96
कुल प्रतिशत अंक - 98.8
सेक्टर चार ब्लू बेल्स मॉडल स्कूल के छात्र रूपम तनेजा ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं कक्षा की परीक्षा में 99.6 अंक प्राप्त करते हुए स्कूल में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। शिवाजी नगर में रहने वाले रूपम की कड़ी मेहनत रंग लाई है।
शत-प्रतिशत अंकों का था लक्ष्य
रूपम ने परीक्षा में 99.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। उन्हें थोड़ी निराशा है कि वे दो अंक लाने में चूक गए। उन्हें उम्मीद थी कि सभी विषयों में उनके शत-प्रतिशत अंक आएंगे लेकिन फिर भी अपने अंकों से वह संतुष्ट हैं। उनका कहना है कि उन्होंने परीक्षा के लिए पूरे साल मेहनत की थी। वे प्रतिदिन नियमित रूप से सात से आठ घंटे की पढ़ाई करते थे।
इंजीनियर बनने की ख्वाहिश
रूपम अपना भविष्य इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं। अगली कक्षा में की पढ़ाई नॉन मेडिकल के साथ और फिर अपना करियर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं। रूपम की मां रजनी तनेजा और पिता प्रदीप तनेजा दोनों फार्मेसिस्ट हैं। रूपम ने मेडिकल में रुचि न लेकर नॉनमेडिकल चुना क्योंकि उन्हें गणित और विज्ञान विषय पसंद हैं। आइआइटी उनका लक्ष्य है जिसके लिए वे तैयारी में जुटे हुए हैं।
माता पिता ने बढ़ाया हौंसला
रूपम के मुताबिक इकलौती संतान होने पर भी माता पिता ने उनपर अपेक्षाओं का बोझ नहीं लादा। उन्होंने रूपम को हर फैसले में साथ दिया और परिवार के संबल ने उन्हें हमेशा बेहतर करने और आगे बढ़ने का हौसला दिया और कभी भी पढ़ाई के लिए दबाव नहीं डाला।
किताबें पढ़ना है पसंद
रूपम को किताबें पढ़ने का काफी शौक है। वे किसी भी विषय पर अच्छी किताबें पढ़ने को उत्सुक रहते हैं। उन्हें कॉमेडी प्रोग्राम बहुत पसंद हैं ऐसे में पढ़ाई के बीच में वे कभी-कभी इस तरह से कार्यक्रम देख लेते हैं। उन्होंने गणित और विज्ञान विषय के लिए कोचिंग ली। हमेशा परिवार के साथ साथ शिक्षकों का भी सपोर्ट मिला।