मुस्लिम संगठनों ने की कन्हैया लाल के हत्यारों को फांसी देने की मांग
राजस्थान के उदयपुर में कट्टरपंथियों द्वारा कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में शुक्रवार को जमात उलेमा-ए-हिद गुरुग्राम इमाम संगठन और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम अतिरिक्त जिला उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा को लघु सचिवालय में ज्ञापन सौंपा।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: राजस्थान के उदयपुर में कट्टरपंथियों द्वारा कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में शुक्रवार को जमात उलेमा-ए-हिद, गुरुग्राम इमाम संगठन और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम अतिरिक्त जिला उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा को लघु सचिवालय में ज्ञापन सौंपा। इसके माध्यम से कातिलों को फांसी की सजा देने की मांग की गई है। साथ ही देश में बढ़ रही धार्मिक कट्टरता और हिसक गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने की मांग की है ताकि देश में अमन शांति और कौमी एकता बनी रहे।
जमात उलेमा-ए-हिद के राष्ट्रीय सदर मौलाना सुहैब कासमी ने कहा कि मस्जिदों में नमाज पढ़ाने वाले सभी इमामों को इस्लाम का असली चेहरा बनकर कट्टरवाद के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक खुर्शीद राजाका ने कहा कि मुस्लिम समाज को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीति सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास पर भरोसा करना चाहिए।
गुरुग्राम इमाम संगठन के सदर मोहम्मद शमून ने कहा कि उदयपुर में कन्हैया लाल के कातिलों को जल्द फांसी लगाई जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के हरियाणा संपर्क प्रमुख महेंद्र सिंह, कारी जलील चिश्ती, मौलाना अहमद, इमाम अफजल, इमाम हसीब कासमी, इमाम ईशा खान, इमाम अफजल और इमाम ताहिर सहित कई आलिम और उलेमा उपस्थित थे।
प्रदर्शन में अभद्र भाषा के प्रयोग पर हिदू नेताओं पर मामला दर्ज
जासं, गुरुग्राम: राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में 29 जून को विभिन्न हिदू संगठनों ने संयुक्त रूप से कमला नेहरू पार्क से लेकर सोहना चौक तक प्रदर्शन किया था। बताया जाता है कि उस दौरान एक समुदाय विशेष के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए नारेबाजी की गई थी। इसका सिटी थाना पुलिस ने संज्ञान लेते हुए कई हिदू नेताओं के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। किन नेताओं के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है, इस बारे में पुलिस खुलकर बोलने को तैयार नहीं।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी) दीपक सहारण का कहना है कि प्रदर्शन के वीडियो से आरोपितों की पहचान की जाएगी। पहचान होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इधर, विश्व हिदू परिषद के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने नारेबाजी की थी। वह कुछ देर के लिए आया और नारेबाजी करके चला गया। उसे कोई नहीं पहचानता था। इसके अलावा प्रदर्शन में शामिल किसी व्यक्ति ने समुदाय विशेष के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया था।