हवा में घुला कई गुना ज्यादा जहर
सर्दी की शुरुआत के साथ ही शहर की हवा में कई गुना ज्यादा जहर घुलने लगा है। सोमवार को गुरुग्राम में प्रदूषण पीएम 2.5 का स्तर 31
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सर्दी की शुरुआत के साथ ही शहर की हवा में कई गुना ज्यादा जहर घुलने लगा है। सोमवार को गुरुग्राम में प्रदूषण पीएम 2.5 का स्तर 318 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर दर्ज किया गया। प्रदूषण के कारण सांस लेने और आंखों में जलन जैसी परेशानी भी बढ़ गई है। हालांकि सरकारी महकमों द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव करने जैसे दावे किए जा रहे हैं, लेकिन सड़कों की हालत हकीकत बयां कर रही है। जर्जर सड़कों पर उड़ रही धूल, मैकेनिकल रोड स्वीपिग मशीनों के बजाय झाडू से सफाई करने, खुले में कचरा जलाने के कारण प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। तापमान में गिरावट और नमी बढ़ने के साथ ही हवा में मौजूद जहरीली गैसें कार्बन मोनोआक्साइड, नाइट्रोजन आक्साइड, सल्फर डाइआक्साइड और हाइड्रो कार्बन जमीन से थोड़ा ही ऊपर स्माग के रूप में छा रही हैं। सुबह के समय स्माग की मात्रा ज्यादा होती है। ऐसे में सांस लेने में काफी परेशानी होती है। बच्चों और बुजुर्गो के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है। स्माग से आंखों व नाक में जलन व सिरदर्द हो सकता है। दिल व अस्थमा के मरीजों को एहतियात बरतने की जरूरत है। पराली जलाने के मामले भी बढ़े
हरियाणा स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (हरसैक) धान की रोपाई वाले जिलों सोनीपत, यमुनानगर,अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, जींद, पलवल, फरीदाबाद, पानीपत, फतेहाबाद और सिरसा का सेटेलाइट सर्वे करना शुरू कर दिया है। धान की कटाई के बाद पराली (फसल अवशेष) जलाने वालों पर सेटेलाइट से नजर रखी जा रही है और पराली में आग लगाने वालों की जीपीएस लोकेशन संबंधित महकमों और जिला उपायुक्तों को भेजी जा रही है, ताकि कार्रवाई की जा सके। हरसैक से मिली रिपोर्ट के मुताबिक बृहस्पतिवार को प्रदेश में 141 जगहों पर पराली में आग लगाई गई। इससे भी हवा प्रदूषित हो रही है। स्माग न हो तो ही करें सुबह की सैर
सुबह के समय हवा की रफ्तार कम होने की वजह से प्रदूषण जमने लगता है। प्रदूषण ज्यादा होने पर पार्कों में टहलना या दौड़ना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। स्माग के समय घर से बाहर कम निकलना चाहिए।