बिना पास वाले वाहनों को लौटाया
सीमावर्ती इलाकों के नाकों पर शुक्रवार को भी सख्ती जारी रही।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सीमावर्ती इलाकों के नाकों पर शुक्रवार को भी सख्ती जारी रही। बिना पास वाले एक भी वाहन को सीमा में प्रवेश करने नहीं दिया गया। लोग विनती करते रहे लेकिन गुरुग्राम पुलिस ने उनकी एक न सुनी। वाहनों की जांच की वजह से पूरे दिन सभी बॉर्डर पर खासकर सिरहौल एवं कापसहेड़ा बॉर्डर पर ट्रैफिक का दबाव बना रहा। आया नगर एवं सालापुर बॉर्डर पर भी सुबह के दौरान ट्रैफिक का दबाव रहा।
वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण दिल्ली में अधिक होने की वजह से सीमावर्ती इलाकों में 30 नाके लगाए हुए हैं। सभी नाकों पर 24 घंटे पुलिस तैनात है। पुलिसकर्मी केवल ई-पास वाले वाहनों को ही सीमा में प्रवेश करने दे रहे हैं। इस वजह न तो दिल्ली में रहने वाले लोग और न ही गुरुग्राम में रहने वाले लोग रूटीन में आवाजाही कर पा रहे हैं। इससे गुरुग्राम में कारोबार काफी प्रभावित हो रहा है। औद्योगिक इकाइयों का पहिया तेजी से नहीं घूम रहा है।
सेक्टर-37 इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष जीपी गुप्ता कहते हैं कि कोरोना जल्द जाने वाला नहीं। ऐसे में गुरुग्राम-दिल्ली के बीच रुटीन में आवाजाही पर से रोक हटा देनी चाहिए। जब तक रोक नहीं हटेगी तब तक विकास का पहिया तेज नहीं होगा। नाके के सामने बना दी दीवार
सेक्टर-21 इलाके में नाके के बगल में खाली जगह पर दीवार बनाने का काम शुक्रवार को पूरा हो गया। अब दिल्ली के सालापुर इलाके से लोग गुरुग्राम सीमा में शॉर्टकट से प्रवेश नहीं कर पाएंगे। इससे पहले सालापुर एवं गुरुग्राम के बीच जो दीवार है, उसे पूरी तरह दुरुस्त कर दिया गया था। तीन दिन पहले सालापुर इलाके में रहने वाले श्रमिकों को जब गुरुग्राम पुलिस ने सीमा में प्रवेश करने से रोका था तो उन्होंने पत्थरबाजी कर दी थी। उसमें छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। मामले में छह लोगों को नामजद व 25 अन्य को आरोपित बनाया गया है। इनमें से तीन को पालम विहार थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।