वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के लिए अक्टूबर तक खाली करनी होगी जमीन
बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर वेस्ट टू एनर्जी यानी कचरे से बिजली बनाने का प्लांट बनना है लेकिन कचरा प्रबंधन करने वाली कंपनी इको ग्रीन साढ़े तीन साल बाद भी प्लांट लगाने के लिए जमीन खाली नहीं कर पाई है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर वेस्ट टू एनर्जी यानी कचरे से बिजली बनाने का प्लांट बनना है, लेकिन कचरा प्रबंधन करने वाली कंपनी इको ग्रीन साढ़े तीन साल बाद भी प्लांट लगाने के लिए जमीन खाली नहीं कर पाई है। स्वच्छता और प्लांट लगाने को लेकर बृहस्पतिवार को नगर निगम आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने ठोस कचरा प्रबंधन के बारे में निगम अधिकारियों एवं इकोग्रीन एनर्जी के प्रतिनिधियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में ठोस कचरा प्रबंधन कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद निगमायुक्त ने नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बंधवाड़ी लैंडफिल साइट में दस एकड़ जमीन को खाली करें ताकि वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट लगाने की दिशा में कार्य शुरू हो सके। इस कार्य को अक्टूबर तक पूरा करने के लिए कहा गया।
इसके साथ ही निगमायुक्त ने कहा कि पुराने कचरे को प्रोसेस करने के बाद उससे बनने वाले आरडीएफ और कंपोस्ट को वहां से दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए जमीन की तलाश करें और इसे शिफ्ट कराएं। निगमायुक्त ने कहा कि पुराने कचरे को प्रोसेस करने के लिए लगे हुई ट्रोमल मशीनों की क्षमता को बढ़ाएं, ताकि तय समयावधि में कचरे का निस्तारण हो सके। उन्होंने कहा कि मुख्य फोकस वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की स्थापना का है।
बैठक में इकोग्रीन एनर्जी के प्रतिनिधियों ने निगमायुक्त को डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, ट्रांसपोर्टेंशन सहित बंधवाड़ी लैंडफिल की स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घर-घर से कचरा उठान के लिए सभी वार्डों में टिपर व रिक्शे लगे हुए हैं। बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर कचरे का निस्तारण करने के लिए ट्रोमल मशीनें एवं बैलेस्टिक सेप्रेटर लगाए गए हैं। बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त रोहताश बिश्नोई, सीनियर मेडिकल आफिसर डा. आशीष सिगला, मुख्य अभियंता टीएल शर्मा, एसई रमेश शर्मा और कार्यकारी अभियंता सुंदर श्योराण उपस्थित थे।