केएमपी एक्सप्रेस-वे के किनारे खड़े वाहन बन रहे हादसों की वजह
कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे स्थित पचगांव चौक टोल प्लाजा के दोनों तरफ खड़े रहने वाले ट्रक हादसों की वजह बन रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मानेसर: कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे स्थित पचगांव चौक टोल प्लाजा के दोनों तरफ खड़े रहने वाले ट्रक हादसों की वजह बन रहे हैं। एक जून से पंद्रह सितंबर के बीच खड़े वाहनों में वाहन टकराने के चलते पांच हादसे हुए, जिनमें 6 लोगों की जान गई और पांच लोग घायल हुए। रविवार रात खड़े ट्रक में कैंटर घुसने से हुए हादसे में कैंटर चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। आए दिन हादसे होने के बाद भी प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। केएमपी एक्सप्रेस-वे पर पचगांव चौक के नजदीक टोल प्लाजा बनाया गया है। दिल्ली-जयपुर हाईवे से केएमपी एक्सप्रेस वे पर जाने वाले बड़े ट्रक और ट्रालों के चालक टोल का भुगतान करने के बाद यहां खुले होटलों पर खाना खाने लिए वाहनों को सड़क किनारे खड़े कर देते हैं। इससे यहां हमेशा वाहनों की कतार लगी रहती है। टोल प्लाजा से निकलते ही ट्रक खड़े होने के कारण दूसरे वाहन चालकों को काफी परेशान होना पड़ता है। बड़े ट्रालों को निकलने में भी काफी समय लगता है, जिसके कारण यहां अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है।़
गांव कुकड़ोला के सरपंच अजय, मोकलवास के सरपंच मनोज यादव, बासलांबी निवासी रवि यादव ने बताया कि यहां हमेशा जाम लगा रहता है। पचगांव से नूंह, पलवल के साथ बहादुरगढ़, सोनीपत, पानीपत और चंडीगढ़ की तरफ जाने वाले ट्रक यहां खड़े रहते हैं। कई बार पुलिस कर्मियों द्वारा सख्ती दिखाने पर यहां ट्रक नहीं खड़े होते लेकिन कुछ समय बाद फिर वही स्थिति होने लगती है। केएमपी पर नहीं है कोई व्यवस्था
पचगांव टोल प्लाजा के नजदीक खड़े रहने वाले वाहनों का सबसे मुख्य कारण यह है कि केएमपी एक्सप्रेस-वे पर कहीं भी रुकने और चाय-पानी की व्यवस्था नहीं की गई है। करीब 85 किलोमीटर के सफर में चालकों को कहीं भी कोई जनसुविधा नहीं मिलती हैं। इसके कारण स्थानीय लोगों ने केएमपी एक्सप्रेस के साथ छोटे ढाबे और दुकानें बना ली हैं। ट्रक चालक इन दुकानों पर चाय पीने के लिए रुकते हैं। एचएसआइआइडीसी के वरिष्ठ प्रबंधक सुरेंद्र देशवाल का कहना है कि दो जगह इस प्रकार की व्यवस्था की गई है। सड़क किनारे खड़े रहने वाले ट्रकों पर कार्रवाई की जाएगी।