लॉकडाउन को लेकर पुलिस हर स्तर पर है तैयार
पूरी दुनिया में साइबर सिटी के रूप में ख्यात गुरुग्राम में रविवार शाम लॉकडाउन कर दिया गया।
पूरी दुनिया में साइबर सिटी के रूप में ख्यात गुरुग्राम में रविवार शाम लॉकडाउन कर दिया गया है। इस तरह अतिआवश्यक चीजों से संबंधित प्रतिष्ठान ही खुले रहेंगे। सार्वजनिक परिवहन सेवाओं से लेकर टैक्सी एवं ऑटो सेवा पर भी रोक रहेगी। अतिआवश्यक चीजों में दवा, दूध, राशन एवं सब्जी शामिल है। बैंक एवं अस्पताल से संबंधित कार्यों को लेकर भी लोग घर से बाहर निकल सकते हैं। इस तरह जब तक लॉकडाउन रहेगा तब तक एक तरह से लोग अपनी घरों में कैद रहेंगे। सरकार के निर्देशों का पालन कराने की जिम्मेदारी वैसे तो सभी सरकारी विभागों के ऊपर होती है लेकिन सबसे अधिक जिम्मेदारी पुलिस महकमे के ऊपर होती है। इसे लेकर अब तक क्या तैयारी की गई है, लोगों की समस्याओं का समाधान कैसे होगा, सहित कई सवालों को लेकर दैनिक जागरण के आदित्य राज ने गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकील से विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत है मुख्य अंश : अब लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई, क्या तैयारी है?
- लॉकडाउन घोषित होने की संभावना पहले से ही थी। इसे देखते हुए तैयारी शुरू कर दी गई थी। काफी हद तक तैयारी हो भी चुकी है। इसका असर रविवार को दिखा। सौ फीसद लोग घरों में रहे। इसके लिए सभी सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों के साथ संवाद किया गया था। सभी संगठनों के प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि वे सौ फीसद जनता कर्फ्यू का सम्मान करेंगे। उनसे बातचीत में यह भी अहसास कराने का प्रयास किया गया था कि लॉकडाउन की भी स्थिति बन सकती है। वैसे भी पूरी दुनिया की स्थिति को देखकर अधिकतर लोगों को अहसास था कि लॉकडाउन की घोषणा हो सकती है। इस वजह से सरकार के निर्देशों का पालन कराने में अधिक दिक्कत नहीं आएगी। पुलिस महकमा ही नहीं बल्कि पूरा जिला प्रशासन इस दिशा में प्रयास करेगा। पूरी उम्मीद है कि गुरुग्राम में लॉकडाउन सफल होगा। कोरोना मरीजों के ऊपर नजर रखने के लिए क्या तैयारी है?
- जहां भी कोरोना मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, उनके ऊपर नजर रखने के लिए क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त को छोड़कर अन्य सभी पांच पुलिस उपायुक्तों के नीचे एक-एक टास्क फोर्स का गठन कर दिया गया है। जिले में सभी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों की छुट्टियां अगले आदेश तक के लिए रद्द कर दी गई हैं। अब इमरजेंसी में ही किसी को छुट्टी मिलेगी। सभी थाना प्रभारियों से लेकर अन्य अधिकारियों को निर्देश जारी है कि वे अपने-अपने इलाके में सौ फीसद अलर्ट रहें। लॉकडाउन के दौरान लोगों को कई सुविधाओं को लेकर परेशानी भी आ सकती है। इसमें पुलिसकर्मी उनकी सहायता करेंगे। इस बारे में सभी को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सहायता के लिए लोग संबंधित थाने में फोन पर संपर्क कर सकते हैं। पुलिस कंट्रोल रूम के नंबर पर भी फोन करके सहायता हासिल कर सकते हैं। क्या लॉकडाउन के दौरान लोग अपनी मर्जी से कहीं आ-जा नहीं सकेंगे?
- जब कुछ बुनियादी चीजों से संबंधित प्रतिष्ठानों को छोड़कर सभी प्रकार के प्रतिष्ठान एवं कार्यालय बंद रहेंगे फिर लोग घर से बाहर क्यों निकलेंगे। इमरजेंसी को लेकर कभी भी लोग निकल सकते हैं लेकिन अपने वाहन से। सार्वजनिक परिवहन सेवाओं से लेकर टैक्सी एवं ऑटो के ऊपर भी रोक रहेगी। जिसके पास निजी वाहन है वह बुनियादी जरूरतों (बुनियादी चीजों में दवा, दूध, राशन एवं सब्जी शामिल है) के लिए उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। बैंक एवं अस्पताल से संबंधित कार्यों को लेकर भी लोग घर से बाहर निकल सकते हैं। यह ध्यान रखना होगा कि कहीं भी पांच से अधिक लोग एकत्रित न हों। पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि घरेलू सहायक या सहायिकाओं के आने-जाने में किसी भी स्तर पर दिक्कत न हो। उन्हें आने-जाने पर अधिक रोक-टोक न की जाए। कोरोना वायरस को लेकर आप लोगों से क्या अपील करना चाहेंगे?
- मैं लोगों से यही अपील करना चाहूंगा कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। यह बहुत बड़ा संकट है। इसे हल्के में लेना भारी पड़ सकता है। साफ-सफाई पर ध्यान दें। हाथ को समय-समय पर साफ करते रहें। यदि आपको महसूस हो कि आपमें कोरोना वायरस का लक्षण है तो सामने आकर बताएं, छिपाएं नहीं। आप स्वास्थ्य विभाग को सूचना दें। कोरोना वायरस के खिलाफ इस जंग में लोग पुलिस का सहयोग करें। पुलिस सौ फीसद उनकी अपेक्षाओं के ऊपर उतरेगी। परिचय
नाम: मोहम्मद अकील
जन्मतिथि : एक जनवरी 1966
शिक्षा : बीटेक (सिविल इंजीनियरिग)
सेवा : 1989 बैच के हरियाणा कैडर के आइपीएस। कई जिलों में पुलिस अधीक्षक रहे। पदोन्नति के बाद पुलिस महानिरीक्षक (लॉ एंड आर्डर) की जिम्मेदारी दी गई। पुलिस महानिरीक्षक से पदोन्नत होने के बाद अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (लॉ एंड आर्डर) की जिम्मेदारी सौंपी गई। केंद्र में कई साल डेपुटेशन पर रहे। वर्तमान में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) के साथ ही गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।