मोबाइल टावर से रेडिएशन का शक है तो फीस जमाकरचेक करा सकते हैं लेवल
जिले में मोबाइल फोन सेवा को बेहतर बनाने और सेवा प्रदाताओं की समस्याओं के समाधान को लेकर शुक्रवार को लघु सचिवालय सभागार में जिला उपायुक्त डा. यश गर्ग की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टेलीकाम कमेटी की बैठक हुई।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिले में मोबाइल फोन सेवा को बेहतर बनाने और सेवा प्रदाताओं की समस्याओं के समाधान को लेकर शुक्रवार को लघु सचिवालय सभागार में जिला उपायुक्त डा. यश गर्ग की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टेलीकाम कमेटी की बैठक हुई। टेलीकाम कंपनियों की समस्याओं के निवारण को लेकर उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। नए टावरों को लेकर लंबित आवेदनों की समीक्षा करने के बाद उन्होंने इसे समयबद्ध तरीके से निपटाने का भी आदेश दिया।
बैठक में बताया गया कि कई लोगों में मोबाइल टावर को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां हैं। मोबाइल टावर के रेडिएशन का स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने संबंधी आज तक कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है। इसलिए लोग अफवाहों पर ध्यान न दें। यदि किसी व्यक्ति को अपने नजदीकी मोबाइल टावर के रेडिएशन स्तर जांचना है तो वह www.ह्लड्डह्मड्डठ्ठद्दह्यड्डठ्ठष्द्धड्डह्म.ष्श्रद्व वेबसाइट पर जाकर यह कार्य कर सकता है। फिर भी यदि संतुष्टि नहीं होती है तो निर्धारित फीस जमा करा रेडिएशन का लेवल चेक करवाया जा सकता है।
बैठक में उपायुक्त ने जिले के शहरी क्षेत्र में काल नहीं लगने या काल ड्राप की बढ़ती समस्याओं पर चिता व्यक्त की। कहा कि इस समस्या का त्वरित गति से समाधान किया जाए। अगर आवेदन संबंधी औपचारिकताओं में कमी है तो कारण स्पष्ट करें, लेकिन उन्हें ज्यादा समय तक लंबित न रखें। उन्होंने कहा कि राइट टू सर्विस एक्ट में आवेदनों का निपटारा करने की समयसीमा 45 दिन निर्धारित की गई है। ऐसे में विभागीय अधिकारी की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह तय समय-सीमा में लंबित आवेदन का निपटारा करें। डा. यश गर्ग ने नगराधीश दर्शन यादव को निर्देश दिया कि वह टीम बनाकर अधिक समय से लंबित आवेदनों की सूची तैयार करते हुए जल्द से जल्द उनका निपटारा कराएं। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, नगराधीश दर्शन यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।