बस में स्मार्ट क्लास रूम से छात्रों को दे रहे ई-लर्निंग
जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को सार्द एचपी तथा मारेली नामक संस्थाएं संयुक्त रूप से यूनिक डिजिटल बस तथा हाटस्पाट व्हीकल (मोबाइल वैन) के माध्यम से आधुनिक तकनीक से शिक्षा प्रदान करने में योगदान दे रही हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को सार्द, एचपी तथा मारेली नामक संस्थाएं संयुक्त रूप से 'यूनिक डिजिटल बस' तथा 'हाटस्पाट व्हीकल' (मोबाइल वैन) के माध्यम से आधुनिक तकनीक से शिक्षा प्रदान करने में योगदान दे रही हैं। इन दोनों बसों में स्मार्ट क्लास रूम के उपकरण लगे हुए हैं। इन पर ई-कंटेंट प्रदर्शित करके विद्यार्थियों को उनके पाठ्यक्रम से संबंधित पाठ्य सामग्री पढ़ाई जा रही है।
जिला उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को शिक्षा आधुनिक तकनीक से दी जा रही है। यूनिक डिजिटल बस में 26 कंप्यूटर के अलावा वाई-फाई की सुविधा, लैपटाप चार्जिंग, बायोमीट्रिक स्कैनिग, जीपीएस सहित कैमरे लगे हुए हैं। इस बस से कक्षा सात से दस तक के विद्यार्थियों को गणित, विज्ञान, अंग्रेजी समेत अन्य विषयों को पढ़ाया जा रहा है। इसमें राष्ट्रीय शिक्षण अनुसंधान एंव प्रशिक्षण परिषद (एनसीइआरटी) पुस्तकों की शिक्षण सामग्री डिजिटल तरीके से दिखाई जाती है। आडियो-विजुअल ई-कंटेंट के जरिए विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है।
इस बस में दो रिसोर्स पर्सन भी होते हैं। जैसे-जैसे ई-कंटेंट डिस्प्ले होता है उसके बारे में साथ-साथ समझाया भी जाता है। विद्यार्थी रिसोर्स पर्सन से सवाल भी पूछ सकते हैं। यह सुविधा विद्यार्थियों को मुफ्त दी जा रही है। वर्तमान में इस बस के माध्यम से छह सरकारी विद्यालयों में अध्यापन करवाया जा रहा है। जल्द ही जिले के 17 स्कूलों को इस डिजिटल ई-लर्निंग से जोड़ने की योजना है।
जिला शिक्षा अधिकारी कैप्टन इंदू बोकन ने बताया कि डिजिटल बस के माध्यम से मानेसर व पटौदी क्षेत्र के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को चरणबद्ध तरीके से स्मार्ट लर्निंग से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन बसों में सभी कंप्यूटर टच स्क्रीन हैं। सार्द संस्था से सुधीर भटनागर ने बताया कि यूनिक डिजिटल बस के अलावा जिले में संस्था द्वारा एक मोबाइल वैन भी चलाई जा रही है। मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी कनिका ने बताया कि बदलते परिवेश में जरूरी है कि विद्यार्थियों को स्मार्ट लर्निंग से जोड़ा जाए। कोविड संक्रमण के दौर में स्मार्ट लर्निंग का महत्व और बढ़ गया है।