अक्टूबर-नवंबर में युद्ध को लेकर सतर्कता बरतने की है आवश्यकता
पूर्व सेना प्रमुख जनरल एनसी विज का मानना है कि चीन से युद्ध के लिए भारतीय सेना को हर पल तैयार रहना चाहिए। कभी भी कुछ भी हो सकता है।
आदित्य राज, गुरुग्राम
पूर्व सेना प्रमुख जनरल एनसी विज का मानना है कि चीन से युद्ध के लिए भारतीय सेना को हर पल तैयार रहना चाहिए। कभी भी कुछ भी हो सकता है। खासकर अक्टूबर एवं नवंबर में काफी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। इस दौरान चीन के इलाके में बारिश न के बराबर होती है। इस लिहाज से अक्टूबर एवं नवंबर चीन के लिए युद्ध करने का माकूल समय माना जाता है।
दैनिक जागरण से खास बातचीत में जनरल एनसी विज (सेवानिवृत) ने कहा कि चीन एवं भारत के बीच तनातनी काफी बढ़ चुकी है। भारतीय सेना पूरी मजबूती के साथ चुनौती दे रही है। चीन इससे काफी परेशान है। वह कई वर्षों से दुनिया के सामने खुद को भारत पर भारी दिखाने का प्रयास करता आ रहा है लेकिन सीमाओं पर स्थिति बिल्कुल अलग है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हर पल तैयार है। सच्चाई यह है कि 1962 के बाद हर बार चीन कमजोर साबित हुआ। भारतीय सेना के सामने उसे मुंह को खानी पड़ी। 1976 में भी नाथूला एवं चोला के इलाके में चीन की सेना से झड़पें हुई थीं। एक तरह से कुछ दिनों का युद्ध ही था। तब भारतीय सेना ने चीन की सेना को खदेड़ दिया था। कुछ महीने पहले डोकलाम में भी भारतीय सेना ने चीन को उसकी औकात बता दी थी।
जनरल एनसी विज ने कहा कि कहने का मतलब यह है कि भारतीय सेना किसी भी स्तर पर चीन की सेना से कम नहीं। यह बात चीन को पता है लेकिन अपनी स्थिति को दुनिया के सामने बेहतर दिखाने के लिए वह कुछ भी कर सकता है।
1962 में भी भारतीय सेना नहीं हारी थी
जनरल विज कहते हैं कि 1962 में भी भारतीय सेना कमजोर नहीं थी। युद्ध के लिए तैयारी करनी होती है। 1962 में सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने को नहीं कहा गया था। अचानक सामने युद्ध आ गया था। इसके बाद भी कई मोर्चों पर चीन को मुंह खानी पड़ी थी। आज स्थिति बिल्कुल उलट है। आज भारतीय सेना हर स्तर पर तैयार है। सेना अत्याधुनिक हथियारों से लैस है। राफेल के आने से ताकत काफी बढ़ गई है। तैयारी यह रखनी है कि चीन से युद्ध होने की स्थिति में पाकिस्तान भी कूद सकता है। पाकिस्तान से निबटना कुछ भी मुश्किल नहीं लेकिन एक साथ कई मोर्चों की तैयारी रखनी होगी।