'दुनिया की शक्तिशाली सेनाओं में से एक है भारतीय सेना'
मेजर जनरल (रिटा.) डा. रणजीत सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से आए आतंकियों ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर नहीं बल्कि देश की आन पर हमला किया था। उस हमले का देश ने मुंहतोड़ जवाब दिया था।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मेजर जनरल (रिटा.) डा. रणजीत सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से आए आतंकियों ने 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर नहीं बल्कि देश की आन पर हमला किया था। उस हमले का देश ने मुंहतोड़ जवाब दिया था। आतंकियों के खिलाफ आपरेशन में केवल एनएसजी के कमांडो ही नहीं बल्कि पूरा देश शामिल था। देश का एक-एक नागरिक आतंक के खिलाफ उठ खड़ा हुआ था। यही इस देश की सबसे बड़ी ताकत है। अब आतंकी देश में मुंबई जैसा हमला करने के बारे सोच भी नहीं सकते। हर स्तर पर देश की ताकत बढ़ी है। न केवल सेना को अत्याधुनिक हथियारों से लैस किया गया है बल्कि खुफिया एजेंसियों को भी काफी मजबूत किया गया है। अर्ध सैनिक बलों को भी मजबूत किया गया है।
बृहस्पतिवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से सिविल लाइंस स्वतंत्रता सेनानी भवन परिसर स्थित शहीद स्मारक पर मुंबई आतंकी हमले के दौरान शहीद हुए सैनिकों व पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित सभा में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मेजर जनरल (रिटा.) डा. रणजीत सिंह ने कहा कि अब भारतीय सेना दुनिया के किसी भी सेना को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। यह दुनिया की शक्तिशाली सेनाओं में से एक है। चीन को देश मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। पाकिस्तान की हिम्मत नहीं कि सामने से आकर मुकाबला करे। इस वजह से वह घुसपैठियों को भेजता रहता है। वैसे पहले की अपेक्षा घुसपैठ में भी काफी कमी आई है। मुंबई आपरेशन में एनएसजी के जांबाजों ने अपनी वीरता का परिचय दिया था।
सामाजिक संगठन कैनविन फाउंडेशन के सह-संस्थापक नवीन गोयल ने कहा कि न केवल शहीदों के प्रति बल्कि उनके स्वजन के प्रति भी सम्मान का भाव होना चाहिए। सभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचार प्रमुख अनिल कश्यप, विभाग बौद्धिक प्रमुख विजय कुमार, कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डीपी गोयल, योग एवं व्यायाम समिति से सतीश तायल, भाजपा नेता गगन गोयल के अलावा समाजसेवी अजय शर्मा, बाली पंडित एवं भजन गायक नरेश सैनी आदि शामिल हुए। सभी ने सबसे पहले स्मारक पर पुष्पांजलि कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।