वर्षा जल निकासी के अभाव में सड़कों पर घुटनों तक भरा पानी
साइबर सिटी में रविवार की सुबह से लेकर दोपहर तक भारी वर्षा हुई। सुबह आठ से नौ बजे तक तेज वर्षा हुई और उसके बाद दोपहर दो बजे तक बूंदाबादी होती रही।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: साइबर सिटी में रविवार की सुबह से लेकर दोपहर तक भारी वर्षा हुई। सुबह आठ से नौ बजे तक तेज वर्षा हुई और उसके बाद दोपहर दो बजे तक बूंदाबादी होती रही। जल निकासी का उचित प्रबंध नहीं होने के कारण इतनी वर्षा में ही शहर में कई स्थानों पर घुटनों तक पानी भर गया। गोल्फ कोर्स रोड और गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड पर बुरा हाल हो गया। रोड पर घुटने से ऊपर तक पानी भरने कई कारें और अन्य वाहन बीच सड़क में ही बंद हो गई। उन्हें ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने हटाया।
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर होंडा चौक से खेड़की दौला तक सर्विस लेन जलमग्न होने से वाहन रेंगते नजर आए। शहरवासियों का कहना है कि गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण और दोनों नगर निगमों की ओर से जल निकासी को लेकर समय से ठोस उपाय नहीं किए गए। इसी का परिणाम है कि आमजन को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। औद्योगिक क्षेत्रों में तो हालत और भी दयनीय है। आक्रोशित शहरवासियों का कहना है कि शहर की स्थिति को देखकर ऐसा लग रहा है कि नगर निगम सिर्फ टैक्स लेने के लिए बना है काम के लिए नहीं।
गुरुग्राम में वर्षा जल निकासी को लेकर समस्या कोई नई बात नहीं है। पिछले लगभग एक दशक से इसकी मांग लोग कर रहे हैं, मगर आज तक इस दिशा में ठीक से कोई प्रगति नहीं हुई है। सेक्टर-चार निवासी महीपाल का कहना है कि नगर निगम, गुरुग्राम लोगों के लिए बोझ बन गया है। इससे अच्छा तब था जब यह नगर परिषद था। जन शिकायतों पर तब इससे कहीं अच्छी तरह से सुनवाई होती थी। इनका कहना है कि वर्षा जल निकासी से संबंधित नालों की ठीक से सफाई नगर निगम की ओर से नहीं कराया जाता है। सफाई के नाम पर लंबा-चौड़ा बिल हर साल अधिकारी बना देते हैं लेकिन, इसका लाभ आमजन को नहीं मिलता है।
इसी इसी प्रकार से सेक्टर-9ए क्षेत्र में वर्षा के बाद जिस प्रकार से जलभराव हुआ उससे यहां के लोगों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। लोगों ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री तक अपनी शिकायत पहुंचाई है इसके बाद भी कुछ नहीं किया जा रहा है। सेक्टर-9ए के प्रमोद कुमार का कहना है कि सोमवार को बच्चों को जलभराव के कारण लोगों के लिए स्कूल तक भेजना भी संभव नहीं दिख रहा है। इसका सवाल है कि क्या सही विकास है।
शहर में सेक्टर-15 पार्ट-दो, न्यू कालोनी, सेक्टर-सात, सेक्टर-सात एक्सटेंशन, गोल्फ कोर्स, गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन, दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन से लेकर खेड़कीदौला, सेक्टर-10 सेक्टर-10ए, खांडसा, धनवापुर, बसई, दौलताबाद, हीरा नगर, भीम नगर, मदनपुरी, झाड़सा, सेक्टर-40, सेक्टर-38, सेक्टर-39, सेक्टर-45, सेक्टर-46, डीएलएफ फेज-तीन सहित शहर के अन्य कई क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भर गया है।
औद्योगिक क्षेत्र में दयनीय स्थिति
आइएमटी मानेसर, आइडीसी, उद्योग विहार, सेक्टर-37 औद्योगिक क्षेत्र, दौलताबाद, बसई, कादीपुर, बिनौला, बेगपुर खटोला, बहरामपुर और नरसिंहपुर सहित अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में भारी जलभराव है। उद्यमियों का कहना है कि जलभराव से निपटने को लेकर उचित व्यवस्था करने की लंबे समय से नगर निगम और जिला प्रशासन से मांग की जा रही है। इसके बाद भी ऐसा नहीं किया गया। यही कारण है कि इन औद्योगिक क्षेत्रों की स्थिति जलभराव से अति दयनीय हो गई है। देखने से लगता ही नहीं है कि यह औद्योगिक क्षेत्र हैं।
गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष जेएन मंगला का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्रों में जलभराव उद्योग जगत की बड़ी समस्याओं में से एक है। वर्षा जल निकासी को लेकर तंत्र सु²ढ़ करने की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हो सका है। आखिर उद्यमी कब तक इस स्थिति से जूझते रहेंगे।
फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री गुरुग्राम चैप्टर के अध्यक्ष पीके गुप्ता का कहना है कि सेक्टर-37 औद्योगिक क्षेत्रों में वर्षा के बाद जलभराव की स्थिति विकट हो गई है। गुड़गांव उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण यादव का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्रों में जल निकासी को ठोस प्रबंध किया जाना जरूरी है। वर्षा के बाद उद्योग विहार में वाहनों का भारी जाम लग जाता है। शाम पांच बजे तक जिले में वर्षा की स्थिति
- गुरुग्राम तहसील 19 एमएम
- उप तहसील कादीपुर 14 एमएम
- उप तहसील हरसरू 14 एमएम
- तहसील वजीराबाद 69 एमएम
- उप तहसील बादशाहपुर 24 एमएम
- तहसील सोहना 44 एमएम
- तहसील मानेसर 23 एमएम
- तहसील पटौदी 03 एमएम
- तहसील फरुखनगर 07 एमएम