औद्योगिक क्षेत्र में सरकारी अस्पताल बनाने की मांग
आइएमटी मानेसर के औद्योगिक क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए उद्यमियों ने सरकारी अस्पताल बनाने की मांग की है। इसके लिए आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन की तरफ से सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के नाम पत्र लिखा है।
जागरण संवाददाता, मानेसर : आइएमटी मानेसर के औद्योगिक क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए उद्यमियों ने सरकारी अस्पताल बनाने की मांग की है। इसके लिए आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन की तरफ से सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के नाम पत्र लिखा है।
एसोसिएशन की तरफ से लिखे पत्र में कहा गया है कि औद्योगिक क्षेत्र में लाखों लोग रहते हैं। इनके स्वास्थ्य के लिए यहां कोई सुविधा नहीं है। निजी डॉक्टरों और अस्पतालों में ही इलाज कराना पड़ता है। हालांकि, मानेसर में एक इएसआई का अस्पताल जरूर बनाया गया है लेकिन श्रमिकों की संख्या अधिक होने के कारण यहां इलाज कराना संभव नहीं है। कुछ कंपनियों में कर्मचारियों का इएसआई कार्ड भी नहीं बनाया गया है। इसलिए यहां एक सरकारी अस्पताल बनाया जाना चाहिए जिसमें कर्माचरियों के साथ दूसरे लोगों को भी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
बता दें कि आइएमटी मानेसर में सरकारी अस्पताल के लिए 1998 में शिलान्यास पत्थर भी लगाया जा चुका है लेकिन अभी तक सरकारी अस्पताल का निर्माण कार्य नहीं किया गया है। उस समय अस्पताल के लिए गांव मानेसर की पहाड़ी में पत्थर लगाया गया था। इसके बाद सेक्टर एक में खाली जमीन में अस्पताल बनाने की बात की गई लेकिन सिरे नहीं चढ़ पाई। गांव कासन की पंचायत जमीन देने को तैयार
औद्योगिक क्षेत्र से सटे गांव कासन की पंचायत ने जमीन देने के लिए प्रस्ताव पास किया है। गांव की पंचायत का कहना है कि गांव कासन औद्योगिक क्षेत्र के नजदीक है। ऐसे में अगर सरकारी अस्पताल बनाने की घोषणा करती है तो गांव कासन की पंचायत इसके लिए 25 एकड़ जमीन देने के लिए तैयार है।
गांव के सरपंच सतदेव शर्मा ने बताया कि इसके लिए ग्राम सभा की बैठक में प्रस्ताव भी पास कर लिया है। गांव में सरकारी अस्पताल बनाया जाने से आसपास के सैंकड़ों गांवों के लोगों के साथ औद्योगिक क्षेत्र में करीब 2200 कंपनियों में कार्य करने वाले लाखों कर्मचारियों को भी इसका फायदा मिलेगा।