अवैध तरीके से चल रहे नशामुक्ति केंद्र पर छापा
गांधीनगर क्षेत्र में चल रहे नशामुक्ति केंद्र पर बुधवार को समाज कल्याण विभाग व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की। छापेमारी के दौरान केंद्र में करीब 50 लोग नशा छोड़ने के लिए भर्ती मिले। टीम के सदस्यों ने केंद्र की देखरेख कर रहे व्यक्ति से केंद्र चलाए जाने की अनुमति के कागज मांगे लेकिन वह कागज नहीं दिखा सका । पुलिस ने केंद्र संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जिला उपायुक्त विनय प्रताप ¨सह को बादशाहपुर
संवाद सहयोगी, बादशाहपुर (गुरुग्राम): गांधीनगर क्षेत्र में चल रहे नशामुक्ति केंद्र पर बुधवार को समाज कल्याण विभाग व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा। छापे के दौरान केंद्र में करीब 50 लोग नशा छोड़ने के लिए भर्ती मिले। टीम के सदस्यों ने केंद्र की देखरेख कर रहे व्यक्ति से केंद्र चलाए जाने की अनुमति के कागज मांगे लेकिन वह कागज नहीं दिखा सका। पुलिस ने केंद्र संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
जिला उपायुक्त विनय प्रताप ¨सह को बादशाहपुर में बिना अनुमति के गैरकानूनी तरीके से नशामुक्ति केंद्र चलाए जाने की शिकायत मिली। उपायुक्त विनय प्रताप ने स्वास्थ्य विभाग व समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों की टीम बनाई। इस टीम में जिला समाज कल्याण अधिकारी सरफराज खान, जिला ड्रग कंट्रोलर अमनदीप ¨सह, जिला नागरिक अस्पताल के वरिष्ठ डॉ. संजय नरूला व डॉ. अजीत को शामिल किया गया।
टीम ने बुधवार की सुबह नशामुक्ति केंद्र पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान केंद्र में देखरेख के लिए केवल एक व्यक्ति ही मिला। टीम ने मरीजों के परिजनों से संपर्क किया। जिन लोगों के परिजन मौके पर आ गए, उन्हें परिजनों के साथ भेज दिया। 11 लोगों के परिजन केंद्र में नहीं पहुंच पाए। उन सभी 11 लोगों को जिला नागरिक अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कर लिया गया। उनके परिजन आने के बाद उनको भी उनके हवाले कर दिया जाएगा।
छापेमारी टीम को केंद्र से कई आपत्तिजनक सामग्री, दवाइयां व काफी दस्तावेज मिले। जिन मरीजों को भर्ती किया गया था उन लोगों से नशा छोड़ने के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती थी। टीम को किसी के नाम की दस हजार की पर्ची तो किसी की 18 हजार रुपये की रसीद कटी मिली है। जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के साथ बादशाहपुर के नशा मुक्ति केंद्र पर छापा मारा गया। छापे के दौरान 50 लोग केंद्र में मौजूद मिले। उनके परिजनों को बुलाकर सभी को उनके हवाले कर दिया है। 11 लोगों के परिजन नहीं आए । उनको जिला अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है।
- सीनियर डॉ. संजय नरूला, जिला नागरिक अस्पताल