रोजगार देने के लिए फांसी भी मिलेगी तो मैं तैयार हूं : ओमप्रकाश चौटाला
पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला कहना है कि अगर युवाओं को रोजगार देने के बदले उन्हें फांसी की सजा भी दी जाएगी तो उन्हें मंजूर होगी। युवाओं को उनका हक दिलाने का कार्य वह पहले दिन से कर रहे हैं और आगे भी करेंगे।
जागरण संवाददाता, मानेसर (गुरुग्राम): पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला कहना है कि अगर युवाओं को रोजगार देने के बदले उन्हें फांसी की सजा भी दी जाएगी तो उन्हें मंजूर होगी। युवाओं को उनका हक दिलाने का कार्य वह पहले दिन से कर रहे हैं और आगे भी करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री गांव ढाणा में मंगलवार को अमर बलिदानी संदीप कुमार धनखड़ की याद में आयोजित सम्मान समारोह में पहुंचे थे। इस दौरान ग्रामीणों की तरफ से उनको पगड़ी बांधकर सम्मानित किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले जवानों का एहसान हम कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने कहा कि करीब 32 सौ लोगों को रोजगार देने पर राजनीतिक साजिश के तहत मुझे दस साल जेल में रहना पड़ा। सजा पूरी होने के बाद भी रिहाई नहीं की गई। कोर्ट में जाकर लड़कर रिहा हुआ।
चौटाला ने कहा कि अगर प्रदेश में हमारी सरकार बनती है तो हम हर घर से युवाओं को रोजगार देने का कार्य करेंगे। किसी भी योग्य युवा को उसकी योग्यता के अनुसार रोजगार अवश्य दिलाया जाएगा। इस दौरान समुंदर धनखड़, इनेलो किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र धनखड़, रोहताश खटाना, सुखबीर तंवर, अटलबीर कटारिया, पपली सरपंच, सोनू ठाकरान, सरदार तरणजीत सिंह गिल, एसीपी दक्षिण राजेंद्र, आइएमटी थाना प्रभारी निरीक्षक यशवंत सिंह, मानेसर थाना प्रभारी नवीन संधू, गुलबीर सिंह गब्बू समेत काफी लोग मौजूद रहे।