फरुखनगर क्षेत्र में एसटीपी केनाल का पानी मिलने की आस जगी
प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा नए बजट के लिए सूक्ष्म सिचाई योजना के लिए केंद्र सरकार से 1200 करोड़ रुपये की मंजूरी मिलने के साथ फरुखनगर इलाके के खारे पानी क्षेत्र के ग्रामीणों को अब एसटीपी केनाल का पानी मिलने की उम्मीद जगी है।
संवाद सहयोगी, फरुखनगर: प्रदेश सरकार अपने नए बजट में सूक्ष्म सिंचाई योजना को पुख्ता तौर पर लागू करेगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने 1200 करोड़ रुपये का अनुदान जारी कर दिया है। अब इस योजना से फरुखनगर इलाके के खारे पानी क्षेत्र को शुद्ध पानी मयस्सर होने की उम्मीद जगी है। योजना के तहत धनवापुर ट्रीटमेंट प्लांट से निकले शोधित पानी से फरुखनगर इलाके के खारे पानी क्षेत्र में सिंचाई योग्य पानी मिलने की उम्मीद है। अभी यह पानी एसटीपी कैनाल के जरिए जज्जर नाले में चला जाता है, जो आगे जाकर यमुना में गिर रहा था। अब जब शोधित पानी को भी यमुना में डाले जाने पर एनजीटी ने रोक लगा दी है, तो इस पानी को सिचाई उपयोग में लाने की योजना है।
चार फरवरी को हिसार में हुई प्री-बजट बैठक में जिला किसान क्लब के जिला अध्यक्ष राव मान सिंह ने शोधित पानी को ले जाने वाली एसटीपी कैनाल को फरुखनगर क्षेत्र से निकलने वाली नहर में डालने की सलाह दी थी। इस पर मंथन भी किया जा रहा है। एसटीपी कैनाल गुरुग्राम से बाया मांकडौला, मुबारिकपुर व याकुबपुर होते हुई ड्रेन नंबर आठ से मिलती है। मान सिंह ने एसटीपी कैनाल के पानी को बड़े पाइप से गुगाना से निकलने वाली नहर में डालने की सलाह दी है।
बता दें कि वर्तमान में ये नहर केवल बरसाती नाला बन चुकी है। उन्होंने सलाह दी है कि इससे खंड फरुखनगर के खारा पानी वाले गांव सुल्तानपुर, सैदपुर, पातली, हाजीपुर, खेडा खुर्रमपुर, गढ़ी नत्थे खां, मुशैदपुर, अलिमुद्दीनपुर, डूमा, हरिनगर समेत गुगाना तक शोधित पानी की आपूर्ति हो सकेगी। इससे किसानों को तथा जोहड़ो में पशुओं के लिए पानी मिलेगा। उक्त मांग को बजट में शामिल करने से पूर्व अधिकारियों द्वारा सर्वें भी किया जा रहा है। इससे इलाके के लोगों को आगामी बजट में सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद जगी है।