पर्यावरण संरक्षण के लिए पीएनजी की दरों में एकरूपता लाए सरकार
औद्योगिक क्षेत्रों में आपूर्ति की जाने वाली पीएनजी की दरों में नोएडा और फरीदाबाद के बीच 15 रुपये प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (एससीएम) अंतर हो गया है। इससे औद्योगिक संगठन काफी नाराज हैं।
बिजेंद्र बंसल, नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के शहरों में कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) सीएनजी की तरह अब पाइप्ड नेचुलरल गैस (पीएनजी) की दरों में भी में बड़ा अंतर हो गया है। औद्योगिक क्षेत्रों में आपूर्ति की जाने वाली पीएनजी की दरों में नोएडा और फरीदाबाद के बीच 15 रुपये प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (एससीएम) अंतर हो गया है। इससे औद्योगिक संगठन काफी नाराज हैं। औद्योगिक संगठनों की माग है कि पीएनजी की दर दिल्ली, नोएडा और फरीदाबाद, गुरुग्राम में एकसमान होनी चाहिए। पर्यावरण संरक्षण के लिए पीएनजी की दरों में एकरूपता लाने के लिए औद्योगिक संगठनों की तरफ से केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय को पत्र भी लिखा गया है। औद्योगिक संगठनों का कहना है कि अहमदाबाद में पीएनजी की दर महज 32 रुपये प्रति एससीएम है तो फरीदाबाद में यह दर 60 रुपये पहुंच गई है। पर्यावरण को बचाने के लिए जिस गैस को इस्तेमाल किया जाता है और उस की दरों में एक ही देश में इतना बड़ा अंतर असहनीय है। ------------------------ पर्यावरण संरक्षण के लिए एनसीआर में सभी उद्योगों के लिए ईंधन के रूप में पीएनजी अनिवार्य कर दी है। ऐसे में उद्योगों में परंपरागत ईंधन के संयंत्रों को पीएनजी पर बदला जा रहा है। इसमें भी अलग से लागत आती है। सरकार को चाहिए कि पीएनजी की दर कम से कम रखी जाए ताकि उद्योगों में इसके प्रति आकर्षण बढ़े।
--नरेंद्र अग्रवाल, चेयरमैन, पर्यावरण पैनल, पीएचडी चैंबर, हरियाणा -------- हमने बजट-2022 के लिए उद्यमियों से मागे सुझाव में यह कहा है कि पीएनजी को उद्योगों के कच्चे माल के इनपुट के तौर पर मान्यता दी जाए। इसके अलावा दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम में इसकी दरों में जो अंतर है, इसे खत्म किया जाए। नोएडा में पीएनजी 35 रुपये प्रति एससीएम है तो फरीदाबाद में यह दर 60 रुपये है। यह गलत है। --जेपी मल्होत्रा, अध्यक्ष, डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन