शुक्रवार को 3278 लोगों को लगाया गया कोरोना टीका
शुक्रवार को 36 केंद्रों पर चौथे दिन का कोरोना टीकाकरण अभियान चलाया गया। यह टीकाकरण अभियान शहर के अलग अलग प्राइवेट अस्पतालों में बनाए गए केंद्रों पर चलाया गया था और प्राइवेट अस्पतालों में कार्यरत डाक्टर व अन्य कर्मियों को टीका लगाया गया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: शुक्रवार को 36 केंद्रों पर चौथे दिन का कोरोना टीकाकरण अभियान चलाया गया। यह टीकाकरण अभियान शहर के अलग अलग प्राइवेट अस्पतालों में बनाए गए केंद्रों पर चलाया गया था और प्राइवेट अस्पतालों में कार्यरत डाक्टर व अन्य कर्मियों को टीका लगाया गया। प्राइवेट अस्पतालों में कार्यरत डाक्टरों व अन्य स्टाफ ने टीकाकरण अभियान में बढ़चढ़ कर भाग लिया। स्वास्थ्य विभाग ने
3600 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था और 3278 लोगों को टीका लगाया गया।
32 केंद्रों पर 3200 लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन टीकें लगाने का लक्ष्य था। इसमें 3138 लोगों को टीका लगाया गया। वहीं चार केंद्रों पर 400 लोगों को कोवैक्सीन के टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया था और 140 लोगों को टीका लगाया गया। चार दिन में 10,768 लोगों को लगा टीका
16 जनवरी- 6 केंद्रों पर 608
18 जनवरी- 45 केंद्रों पर 2881
21 जनवरी- 53 केंद्रों पर 4001
22 जनवरी- 36 केंद्रों पर 3278
-----
37 हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मी:
गुरुग्राम में 5035 स्वास्थ्य विभाग के कर्मी हैं और 32,392 गैर सरकारी स्वास्थ्यकर्मियों का रजिस्ट्रेशन है। जिले में कुल 37,427 स्वास्थ्य कर्मियों का रजिस्ट्रेशन। शुक्रवार को गुरुग्राम को कोविशील्ड वैक्सीन की 38,980 डोज पहुंची। शुक्रवार को उच्च अधिकारियों के आदेश आए थे जिसके बाद गुरुग्राम से गाड़ी भेजी गई थी। गुरुग्राम को अभीतक 83,930 डोज कोविशील्ड वैक्सीन और 4200 कोवैक्सीन की डोज मिल चुकी है।वैक्सीन के लिए पटौदी में वैक्सीन रखने के लिए बनाए गए 2 लाख 50 हजार वैक्सीन क्षमता वाले कोल्ड चेन में रखा गया है। आज 74 केंद्रों पर चलेगा टीकाकरण अभियान:
शनिवार को 74 केंद्रों पर अभियान चलेगा और पांच हजार के करीब लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिले में अभी स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने का अभियान चल रहा है। शुक्रवार को चले अभियान में टीका लगने के बाद किसी को कोई परेशानी की शिकायत नहीं हुई। सभी स्वस्थ हैं। जिन्हें टीका लगाया जा रहा है उन्हें 40 मिनट तक केंद्र पर भी बैठाया जा रहा और घर जाते समय फोन नंबर दिया जा रहा है ताकि परेशानी होने पर मरीज सूचना दे सके।
डा. विरेंद्र यादव, सिविल सर्जन