मददगार खाकी: हेड कांस्टेबल परमीत ने आक्सीजन मुहैया करा बचाईं कई जानें
कोरोना संक्रमण के कहर में हर कोई अपनी ड्यूटी कर रहा है लेकिन पुलिस फोर्स में कुछ जवान हैं जो अपनी ड्यूटी के साथ-साथ लोगों को जान बचाने का कार्य कर रहे हैं। आक्सीजन की कमी से हर कोई जूझ रहा है और ऐसे में एक जवान ने आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराकर मरीजों की जान बचाई।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कोरोना संक्रमण के कहर में हर कोई अपनी ड्यूटी कर रहा है, लेकिन पुलिस फोर्स में कुछ जवान हैं जो अपनी ड्यूटी के साथ-साथ लोगों को जान बचाने का कार्य कर रहे हैं। आक्सीजन की कमी से हर कोई जूझ रहा है और ऐसे में एक जवान ने आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराकर मरीजों की जान बचाई। हरियाणा पुलिस (सीआइडी) गुरुग्राम में तैनात हेड कांस्टेबल परमीत सांगवान ने अस्पताल में आक्सीजन सिलेंडर पहुंचा कर कई मरीजों की जान बचाने का काम किया। करीब पांच दिन पहले गांव झाड़सा स्थित चिरंजीवी अस्पताल में रात को आक्सीजन खत्म हो गई थी। अस्पताल डाक्टर आक्सीजन के लिए इधर-उधर फोन कर रहे थे, लेकिन आक्सीजन उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। ऐसे में परमीत मरीजों के लिए भगवान बनकर आए। करीब रात 11 बजे अस्पताल के डाक्टरों ने परमीत को फोन कर परेशानी से अवगत कराया। डाक्टरों ने कहा कि आक्सीजन सिलेंडर लेने गाड़ी गई है, लेकिन वापसी में देरी होगी। क्योंकि अभी सिलेंडर नहीं मिले हैं। ऐसे में 12 -13 मरीजों की जान को खतरा है।
परमीत ने उसी समय अपने जानने वालों को फोन करना शुरू किया तो रात 12 बजे के करीब एक आक्सीजन का सिलेंडर मिला। परमजीत ने तुरंत आक्सीजन का सिलेंडर अपनी गाड़ी में डाला और अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल के सीनियर डाक्टर अमरीश सोनी ने कहा कि रात दो बजे अस्पताल को आक्सीजन मिल गई थी लेकिन दो-ढाई घंटे अगर मरीज आक्सीजन के बिना रहते तो कुछ भी हो सकता था, लेकिन परमीत ने मरीजों की जान बचाने में बड़ा मानव सेवा का काम किया, जिससे मरीजों की जान बच पाई।