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बूंदाबांदी में भी डटे रहे हड़ताली कर्मचारी

जिला नागरिक अस्पताल में पिछले 16 दिनों से चल रही नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त होती नहीं दिख रही। कर्मचारी भी सरकार को झुकाने के लिए 72 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठ हुए है लेकिन जिस तरह के हलात दिख रहे हैं उससे लग नहीं रहा है कि हड़ताल जल्द समाप्त होगी। मरीजों की पेरशानी लगातार जारी है। क्योंकि बड़ी संख्या में स्टाफ हड़ताल पर होने के कारण एंबुलेंस सेवाएं पूरी तरह ठप है और अन्य सेवाएं भी बाधित हो रही है। बुधवार को हुई बूंदाबांदी के बाद भी हड़ताली डटे रहे। कर्मचारियों का कहना है कि किसी भी हालात में पीछे नहीं हटेंगे। जिला स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के 665 कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं जिनमें 629 कर्मचारी बर्खास्त किए जा चुके हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 04:53 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 09:30 PM (IST)
बूंदाबांदी में भी डटे रहे हड़ताली कर्मचारी
बूंदाबांदी में भी डटे रहे हड़ताली कर्मचारी

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिला नागरिक अस्पताल में पिछले 16 दिनों से चल रही नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त होती नहीं दिख रही। कर्मचारी भी सरकार को झुकाने के लिए 72 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं लेकिन जिस तरह के हालात दिख रहे हैं उससे लग नहीं रहा कि हड़ताल जल्द समाप्त होगी। मरीजों की परेशानी लगातार जारी है। क्योंकि बड़ी संख्या में स्टाफ हड़ताल पर होने के कारण एंबुलेंस सेवाएं पूरी तरह ठप हैं और अन्य सेवाएं भी बाधित हो रही हैं। बुधवार को हुई बूंदाबांदी के बाद भी हड़ताली डटे रहे। कर्मचारियों का कहना है कि किसी भी हालात में पीछे नहीं हटेंगे। जिला स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के 665 कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं जिनमें 629 कर्मचारी बर्खास्त किए जा चुके हैं।

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एनएचएम यूनियन के जिला प्रधान हरीराज ने कहा कि पांच फरवरी से जिला स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी जिला नागरिक अस्पताल में हड़ताल पर हैं और प्रदेश सरकार कोई बातचीत नहीं कर रही है। दो दौर की बातचीत हुई है लेकिन कोई हल नहीं निकला है। हड़ताल के कारण कुछ सेवाओं पर बुरा असर पड़ रहा है तो एंबुलेंस जैसी इमरजेंसी सेवाएं पूरी तरह से बंद हैं। मरीजों को भी परेशानी हो रही है लेकिन सरकार का ध्यान इस ओर नहीं है।


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