बिना मांगें मंजूर कराए खत्म नहीं होगी हड़ताल: हरीराज
पिछले दस दिनों से चल रही जिला स्वास्थ्य विभाग में नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों की हड़ताल जल्द समाप्त होने की संभावना नहीं है। हड़ताल के कारण एंबुलेंस की सेवाएं पूरी तरह से बाधित है और मरीज परेशान है। इमरजेंसी में मरीज को प्राइवेट एंबुलेंस या अन्य वाहनों का सहयोग लेना पड़ रहा है। सरकार के साथ दो दौर की बातचीत विफल होने के कारण कर्मचारी भी कड़ा रूख अख्तियार करे हुए हैं। एनएचएम यूनियन के जिला प्रधान हरीराज का कहना है कि अगर सरकार यह मान रही हो, कि कर्मचारी पीछे हट जाएंगे, तो सरकार गलत सोच रही है। प्रदेश के करीब
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: पिछले दस दिनों से चल रही जिला स्वास्थ्य विभाग में नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों की हड़ताल जल्द समाप्त होने की संभावना नहीं है। हड़ताल के कारण एंबुलेंस की सेवाएं पूरी तरह से बाधित हैं और मरीज परेशान हैं। इमरजेंसी में मरीज को प्राइवेट एंबुलेंस या अन्य वाहनों का सहयोग लेना पड़ रहा है। सरकार के साथ दो दौर की बातचीत विफल होने के कारण कर्मचारी भी कड़ा रुख अख्तियार किए हुए हैं। एनएचएम यूनियन के जिला प्रधान हरीराज का कहना है कि अगर सरकार यह मान रही है, कि कर्मचारी पीछे हट जाएंगे, तो सरकार गलत सोच रही है। प्रदेश के करीब 8 हजार कर्मचारी काम पर तभी लौटेंगे, जब सरकार मांगें मान लेगी।
पिछले तीन दिन से 20 कर्मचारी हर रोज भूख हड़ताल कर रहे हैं। 5 फरवरी से जिला स्वास्थ्य विभाग के 700 से ज्यादा कर्मचारी जिला नागरिक अस्पताल में हड़ताल पर हैं। इससे कुछ सेवाओं पर बुरा असर पड़ रहा है तो एंबुलेंस जैसी इमरजेंसी सेवाएं पूरी तरह से ठप हैं। हड़ताल के कारण मरीजों को भी परेशानी हो रही है लेकिन सरकार का ध्यान इस ओर नहीं है।