Move to Jagran APP

कानपुर की घटना से जिला पुलिस को भी सबक लेने की जरूरत

पहले सोनीपत फिर उत्तर प्रदेश के कानपुर में हिस्ट्रीशीटर व उसके गुर्गे द्वारा पुलिस पार्टी पर किए गए कातिलाना हमला की घटना से गुरुग्राम पुलिस को भी सबक लेने की जरूरत है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Jul 2020 08:54 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 06:11 AM (IST)
कानपुर की घटना से जिला पुलिस को भी सबक लेने की जरूरत
कानपुर की घटना से जिला पुलिस को भी सबक लेने की जरूरत

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: पहले सोनीपत फिर उत्तर प्रदेश के कानपुर में हिस्ट्रीशीटर व उसके गुर्गे द्वारा पुलिस पार्टी पर किए गए कातिलाना हमले की घटना से गुरुग्राम पुलिस को भी सबक लेने की जरूरत है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह पुलिस टीम पर हमला करने में बिल्कुल नहीं चूकते हैं। हाल ही में पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला करने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। अपराधी को पकड़ने के लिए छापेमारी पूरी तैयारी के साथ की जानी चाहिए।

loksabha election banner

पालम विहार क्षेत्र में एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर को बदमाशों ने अपनी कार से कुचल दिया था। चार साल पहले तो बदमाशों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दे दिया था। सुशांत लोक क्षेत्र से सेक्टर-29 के थाना प्रभारी का ही अपहरण कर लिया गया था। बाद में बदमाश उसको मथुरा के पास छोड़कर फरार हो गए। इसी तरह अवैध शराब की सूचना पर जांच पड़ताल करने पहुंचे डीएलएफ फेज-3 के एसएचओ के सिर में ही बीयर की बोतल मार दी थी। जिले में पुलिस पर हमले होने के कुछ मामले

1 जुलाई 2016: सेक्टर-29 के थाना प्रभारी सुरेंद्र फोगाट का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया गया था। 12 अप्रैल 2019: फरुखनगर क्षेत्र में घरेलू विवाद की शिकायत पर पहुंचे दो पुलिसकर्मियों पर लोगों ने हमला कर दिया। उनकी पीसीआर को भी तोड़ दिया गया था। 14 जून 2019: डीएलएफ फेस-3 में अवैध शराब की शिकायत पर पहुंचे थाना प्रभारी रामकुमार पर बीयर की बोतल से हमला कर उनका सिर फोड़ दिया। इसमें एक अन्य सिपाही भी घायल हो गया था। 20 जनवरी 2020: बादशाहपुर टीकली रोड पर अवैध शराब के धंधे से जुड़े एक व्यक्ति ने पुलिस टीम पर अपने घर के बाहर लाठी-डंडों से हमला कर दिया था। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए। 29 फरवरी 2020: रिठौज गांव में अवैध खनन में लगे लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। 4 जून 2020: भोंडसी थाना क्षेत्र के बेरका गांव में सेंट्रल पार्क कंपनी के भूमि विवाद में मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों पर कुछ लोगों ने हमला बोल दिया। लोगों ने पीसीआर को क्षतिग्रस्त कर एक हेड कांस्टेबल को बंधक भी बना लिया था। 12 जून 2020: रायसीना क्रशर जोन में खनन माफिया ने स्पेशल टास्क फोर्स की टीम को डंपर से कुचलने का प्रयास किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.