अतिक्रमण हटाओ अभियान के अगले दिन रेहड़ी व ऑटों वालों ने किया कब्जा
ड़कों पर चंडीगढ़ प्रशासन की तरह नियम व सख्ती लागू नहीं हो पा रही। दुनिया में प्रसिद्ध गुरुग्राम शहर की सड़कों पर यातायात नियम प्रदेश की राजधानी जैसे नहीं बन पा रहे हैं। यहां की सड़कों के दोनों साइड़ रेहड़ी व ऑटों वालों का कब्जा होने कारण सारा सिस्टम बिगड़ा हुआ है। दरअसल सड़कों पर यातायात व्यवस्था बेहतर रहे और शहर के बीच सड़कों पर यातायात शुचारू रुप से चले इसके लिए यातायात पुलिस ने शुक्रवार को अग्रसेन चौक से लेकर सरकारी स्कूल व जिला
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सड़कों से अतिक्रमण हटाने की मुहिम सिरे नहीं चढ़ पा रही है। तीन दिन पहले पुलिस ने सख्ती कर जिला अस्पताल, अग्रसेन चौक से लेकर झाड़सा रोड से ऑटो व रेहड़ी हटवाई थी। मगर सोमवार को समस्या ज्यों कि त्यों देखने को मिली। शुक्रवार को लगा था कि अब शहर में सड़क चंडीगढ़ की तरह मुक्त रहेंगी लेकिन यहां एक दिन सुधार हुआ तो अगले दिन वही हाल हो गया।
गुरुग्राम वायु प्रदूषण के मामले में देश का प्रदूषित शहर है और इसका कारण शहर की सड़कों पर रेंगते वाहन हैं। हालात यह हैं कि शहर की सड़कों पर पैदल चलने वाले के लिए आराम नहीं है। शहर में उद्योग के कारण वायु प्रदूषण नहीं है बल्कि सड़कों पर कब्जा होने कारण यातायात के कारण वायु प्रदूषण है। शहर में 30 हजार से ज्यादा डीजल ऑटो हैं जो बहुत ज्यादा धुआं छोड़ते हैं और पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं। यही ऑटो शहर की सड़कों पर कब्जा कर रखते हैं और शहर में जाम जैसे हालात रहते हैं।
बस अड्डे व महावीर चौक और पुलिस लाइन गेट के सामने डीजल ऑटो से लेकर प्राइवेट बसे सड़कों पर खड़ी रहती हैं और सवारी बैठाने का इंतजार करते हैं। यहां पर जाम का कारण यही है। गोशाला गेट के सामने प्राइवेट बस व ऑटो वालों का राज है। जिसे कोई रोक-टोक करने वाला नहीं है।