सरसों नहीं खरीदने पर किसानों ने किया प्रदर्शन
गुरुग्राम जिले की फरुखनगर अनाज मंडी में सरकार की ओर से निधार्रित समय पर सरसों की खरीद नहीं किए जाने एवं किसान विरोधी नियमों के विरोध में किसानों ने प्रदर्शन कर सरकार विरोधी नारे लगाए। साथ ही जजपा के जिला अध्यक्ष राव सुबे सिंह बोहरा की अगुवाई में तहसीलदार राव रणविजय सिंह सुल्तानिया को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।
संवाद सहयोगी, फरुखनगर: अनाज मंडी में सरकार की ओर से निधार्रित समय पर सरसों की खरीद नहीं किए जाने और किसान विरोधी नियमों के विरोध में किसानों ने प्रदर्शन कर सरकार विरोधी नारे लगाए। इसके साथ ही जजपा के जिला अध्यक्ष राव सुबे सिंह बोहरा की अगुवाई में तहसीलदार राव रणविजय सिंह सुल्तानिया को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।
ज्ञापन में बताया है कि सरकार की ओर से वर्ष 2019-20 में सरसों की फसल खरीद का सर्मथन मूल्य 4200 रुपये प्रति कुंतल निधार्रित किया गया है, लेकिन हैफेड एजेंसी ने 28 मार्च को खरीद का कार्य शुरू नहीं किया गया। सरकार के निर्धारित खरीद के नियम किसान विरोधी हैं। सरकार के निर्देश के अनुसार प्रत्येक किसान की प्रति एकड़ 6.50 क्विटल सरसों खरीदी जाएगी, लेकिन किसान के खेत में सरसों की प्रति एकड़ पैदावार 12 क्विटल से अधिक होती है। शेष फसल को किसान कहा ले जाएं। इस मौके पर किसान सेल के जिला अध्यक्ष बल्ल, हलका प्रधान ऋषि राज राणा, खेल प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष चौधरी कंवर सिंह ठाकरान, पूर्व निगम पार्षद नरेश सहरावत और पवन चौधरी विरेश हंस, राम प्रसाद रोहिल्ला, सतबीर सिंह, परमजीत गुरावलिया, ईश्वर पहलवान, नरेश पंच, अनिल धनकोट, भूपसिंह दहिया, पपली धनवापुर, हरीश ठाकरान, बलबीर सिंह, जगदीश गढ़ी, रविद्र कटारिया, प्रताप सिंह नंबरदार, सतबीर अलीमुद्दीनपुर, चौधरी सतपाल हंस, पिछड़ा वर्ग के जिला प्रधान सुरेंद्र जांगडा मौजूद थे।