विकास कार्यो के लिए सरकार के बजट पर आश्रित रहेगा जीएमडीए
गुरुग्राम मेट्रोपालिटन डेवलपमेंट अथारिटी (जीएमडीए) की 9 अप्रैल को होने वाली मुख्य बैठक में जीएमडीए के बजट पर मुहर लगाई जाएगी। यह बैठक लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में होगी।
संदीप रतन, गुरुग्राम
गुरुग्राम मेट्रोपालिटन डेवलपमेंट अथारिटी (जीएमडीए) की 9 अप्रैल को होने वाली मुख्य बैठक में जीएमडीए के बजट पर मुहर लगाई जाएगी। यह बैठक लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में होगी। जीएमडीए के बजट में 1213.79 करोड़ की अनुमानित आय और 1848.24 करोड़ रुपये खर्च का प्रविधान किया गया है। यानी जीएमडीए आय के मुकाबले 634.45 करोड़ रुपये ज्यादा खर्च करेगा। आय में 634.45 करोड़ रुपये की कमी को प्रदेश सरकार पूरा करेगी। जीएमडीए द्वारा नगर निगम से एक फीसद स्टांप ड्यूटी के रूप में इस वित्त वर्ष में 250 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य रखा गया है।
ईडीसी (बाह्य विकास शुल्क) वसूलने का लक्ष्य बढ़ाकर 623.14 करोड़ रुपये रखा गया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 250 करोड़ था। पिछले वर्ष स्टांप ड्यूटी 200 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य था, इस बार 250 करोड़ रखा गया है। 2020-21 के बजट में कुल आय प्राप्ति 741.38 करोड़ की तैयारी थी और इस बार 1213.79 करोड़ रुपये की आय विभिन्न माध्यमों से होने की उम्मीद है। जीएमडीए की बैठक में 2020-21 के संशोधित बजट और 2021-22 के बजट को स्वीकृत किया जाएगा। बता दें कि विकास कार्यों के लिए सरकार के आदेश पर नगर निगम ने भी 500 करोड़ रुपये जीएमडीए को ट्रांसफर किए थे। ये हैं जीएमडीए की आय के मुख्य स्त्रोत
सेस व अन्य चार्ज
पेयजल बिल और टैंकर शुल्क
ताऊ देवीलाल स्टेडियम बुकिग शुल्क
स्टांप ड्यूटी
ईडीसी (बाह्य विकास शुल्क)
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इन पर खर्च होंगे
सड़क, फ्लाईओवर निर्माण
चौराहों के सुधारीकरण
अंडरपास
पेयजल आपूर्ति
सीवर-ड्रेन
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट-शोधित पानी प्रणाली
स्मार्ट सिटी-सीसीटीवी
मोबिलिटी- ट्रैफिक सिस्टम सुधार
शहरी पर्यावरण-पार्क आदि