अपैरल उत्पादन में गिरावट से परेशान गारमेंट इंडस्ट्री
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आइआइपी) की जारी रिपोर्ट के
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आइआइपी) की जारी रिपोर्ट के अनुसार देश के अपैरल उत्पादन में इस समय गिरावट का माहौल है। अप्रैल, 2017 से जनवरी, 2018 के बीच इसमें 10.4 फीसद की गिरावट दर्ज की जा रही है। आंकड़ों के मुताबिक देश के परिधान उत्पादन में मई, 2017 के बाद से लगातार यह निचले स्तर पर बना हुआ है। इससे साइबर सिटी के गारमेंट एक्सपोर्टर काफी परेशान हैं। उनका कहना है कि इस मंदी के दौर के कारोबार करना लगातार मुश्किल होता जा रहा है। परिधान निर्यात प्रोत्साहन परिषद् (एईपीसी) ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स के क्रियान्वयन को भी इसका कारण बता रहा है।
गुरुग्राम गारमेंट इंडस्ट्री का बड़ा हब है। यहां पर सैकड़ों यूनिटों में गारमेंट का उत्पादन होता है। जिसे देश-विदेश में निर्यात किया जाता है। आइआइपी की रिपोर्ट के बाद से गारमेंट इंडस्ट्री में काफी निराशा है। हालांकि अप्रैल, 2017 में 1.3 फीसद की सकारात्मक वृद्धि के संकेत के बाद मई में पांच फीसद की गिरावट देखी गई। जून में यह गिरावट 3.2 प्रतिशत थी जो जुलाई में यह 5.1 व अगस्त, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में क्रमश: 6.4, 7.2, 11, 13.1 और 13.5 फीसद दर्ज की गई। गारमेंट निर्यात में गिरावट के बारे में परिधान निर्यात प्रोत्साहन परिषद (एईपीसी) के चेयरमैन एचकेएल मगू के मुताबिक अप्रैल-जनवरी 2017-18 की अवधि में परिधान उत्पादन में 10.4 फीसद की भारी गिरावट आई है। उन्होंने कहा है यह आंकड़ा ऐसे समय में आया है जब निर्यात में पहले ही गिरावट दर्ज किया जा रहा था। जनवरी के बाद से निर्यात 14 फीसद की दर से गिरा है। गारमेंट इंडस्ट्री इस समय काफी परेशान है। इस क्षेत्र में फंड की कमी आड़े आ रही है। समय से रिफंड नहीं मिलने से भी दिक्कत आ रही है। जब तक रिफंड शुरू नहीं होता है तब तक चीजें बेहतर नहीं होंगी। उत्पादन में गिरावट के कारण 20 अरब डॉलर के निर्यात के लक्ष्य को पाना भी मुश्किल हो जाएगा।
कपड़ा उद्योग की स्थिति पिछले काफी समय से खराब चल रही है। आइआइपी द्वारा जारी आंकड़ों में उत्पादन में जो गिरावट दर्ज की गई है वह ¨चताजनक है। केंद्र सरकार को चाहिए वह निर्यातकों को जल्द से जल्द जीएसटी रिफंड उपलब्ध कराएं।
प्रवीन यादव, प्रेसिडेंट गुड़गांव उद्योग एसोसिएशन