अधिकारियों की रिपोर्ट से बिजली मंत्री हुए गदगद
न्यू कालोनी के नवीन कुमार बिजली कटौती से बेहद परेशान हैं। मरम्मत के नाम कई दिन चार से पांच घंटे बिजली गुल रही। यही हाल डीएलएफ के आशीष का है।
महावीर यादव, बादशाहपुर
न्यू कालोनी के नवीन कुमार बिजली कटौती से बेहद परेशान हैं। मरम्मत के नाम कई दिन चार से पांच घंटे बिजली गुल रही। यही हाल डीएलएफ के आशीष का है। लाइन में फाल्ट आने के कारण बीपीटीपी जैसी बड़ी सोसायटी में 9 घंटे बिजली गुल रहती है। बिजली पूरी न मिलने के कारण शहर के उद्यमी हलकान हैं। बिजली कटौती का शहर में यह आलम है कि अगर रात को 10 बजे बिजली गई तो सुबह तक कोई उपभोक्ताओं का दर्द सुनने तक को तैयार नहीं होता है। पर सरकारी कागजों में सबकुछ चंगा है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारियों ने बिजली आपूर्ति की ऐसी रिपोर्ट तैयार कर दी कि रिपोर्ट देखकर बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला गदगद हो गए।
24 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा करने वाले बिजली निगम ने बिजली मंत्री को 23 घंटे 51 मिनट बिजली आपूर्ति के रिपोर्ट पेश की। मंगलवार को बिजली मंत्री ने सेक्टर-31 स्थित कार्यालय का औचक निरीक्षण भी किया। वहां उपभोक्ता सहायता केंद्र की व्यवस्था देख कर उन्होंने अधिकारियों की पीठ थपथपाई। मौके पर बिजली उपभोक्ताओं से बातचीत भी की। एक-दो उपभोक्ताओं ने बिजली बिल गलत आने की शिकायत की। शहर में 600 फीडर स्मार्ट फीडर बनाने की और स्मार्ट मीटर लगाए जाने की रिपोर्ट भी अधिकारियों ने बिजली मंत्री के सामने पेश की। रिपोर्ट दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की दिल्ली जोन की मुख्य अभियंता विनीता सिंह ने पेश की।
शहर में उपभोक्ताओं की बिजली कटौती की लगातार शिकायत आती रहती है। सेक्टर 37 स्थित बीपीटीपी में रहने वाले अनुज का कहना है कि लाइन में फाल्ट आने पर बिजली कर्मचारी जल्द फाल्ट ठीक करने को तैयार नहीं होते हैं। एनबीसीसी सोसायटी के यादवेंद्र कहते हैं कि पिछले महीने उनकी सोसायटी में बिजली लाइन में फाल्ट आ गया। इसकी वजह से 9 घंटे बिजली गुल रही।
सेक्टर 40 के आरडब्ल्यूए ने तो बिजली कटौती से परेशान होकर मुख्य सचिव तक से शिकायत कर दी थी। बिजली निगम के कई अधिकारियों ने सेक्टर का दौरा किया था। बिजली निगम के मुख्य अभियंता केसी अग्रवाल ने बिजली आपूर्ति बहाल करने में लापरवाही बरतने में सेक्टर 40 क्षेत्र के जेई को निलंबित भी कर दिया था।
लगातार बिजली उपभोक्ताओं की बिजली कटौती के शिकायत के बावजूद बिजली निगम के अधिकारियों ने 24 घंटे में से 23 घंटे 51 मिनट बिजली आपूर्ति की रिपोर्ट बिजली मंत्री के सामने पेश की। बिजली निगम की यह रिपोर्ट जुलाई-अगस्त और सितंबर 3 माह की है। जगमग योजना के तहत गुरुग्राम में 24 घंटे बिजली की योजना तैयार की गई।
गुरुग्राम में बिजली निगम के दो सर्कल गुरुग्राम-वन और गुरुग्राम-टू है। नूंह जिला का तावडू भी गुरुग्राम-टू सर्कल का उपमंडल है। इस उपमंडल के करीब 13 गांव अभी जगमग योजना के तहत 24 घंटे बिजली आपूर्ति के दायरे में नहीं आ पाए हैं। बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता जोगिदर सिंह हुड्डा ने बिजली मंत्री के सामने यह भी दावा किया कि इन गांवों को भी दिसंबर माह तक 24 घंटे बिजली आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।