पर्यावरण संरक्षण की नजीर बनी सिल्वर ओक्स सोसायटी
डीएलएफ फेज वन स्थित सिल्वर ओक्स सोसायटी के लोगों ने शहर को एक उदाहरण दिया है। यहां रहने वालों ने पर्यावरण सुरक्षित जीवन शैली का जो तरीका अपनाया है, जिसे शहर के दूसरे आरडब्ल्यूए अपना सकते हैं। नए गुरुग्राम के इस हिस्से रहने वाले 749 परिवारों ने पर्यावरण सुरक्षित स्वच्छता की मिसाल दी है। वे अपने कचरे का वैज्ञानिक प्रबंधन कर रहे हैं। इस कार्य में वे कचरा चुनने वाले कर्मचारी को रोजगार भी दिया है। सोसायटी का ई वेस्ट सामान्य कचरे में नहीं जाता।
पूनम, गुरुग्राम
डीएलएफ फेज वन स्थित सिल्वर ओक्स सोसायटी के लोगों ने शहर को एक उदाहरण दिया है। यहां रहने वालों ने पर्यावरण सुरक्षित जीवन शैली का जो तरीका अपनाया है, जिसे शहर के दूसरे आरडब्ल्यूए अपना सकते हैं। नए गुरुग्राम के इस हिस्से में रहने वाले 749 परिवारों ने पर्यावरण सुरक्षित स्वच्छता की मिसाल दी है। वे अपने कचरे का वैज्ञानिक प्रबंधन कर रहे हैं। इस कार्य में कचरा चुनने वाले कर्मचारी को रोजगार भी दिया है। सोसायटी का ई वेस्ट सामान्य कचरे में नहीं जाता। केंद्र सरकार द्वारा तय रिसाइकिलर को जाता है।
रेनवाटर हार्वे¨स्टग पिट बनाकर वर्षा जल का संरक्षण कर रहे हैं। सीवेज के शोधित जल का प्रयोग बागवानी के लिए किया जा रहा है। इस तरह पानी को बचाने का काम भी यहां के लोगों ने किया है। यह संभव हो सका है, इस कांडोमिनियम में रहने वाले महिलाओं और आरडब्ल्यूए के संयुक्त प्रयास से। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष तारीक रजा का यहां के सात टावर में से हर टावर के दो आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों ने पूरा सहयोग किया। सोना चटर्जी, सुरभि अय्यर, शालिनी साहनी जैसी पर्यावरण संरक्षण पर काम करने वाली एक्टिविस्ट महिलाओं ने लोगों के बीच जागरूकता और कचरे के वैज्ञानिक प्रबंधन के तरीके पर शोध कर आदर्श व्यवस्था बनाने में आरडब्ल्यूए प्रबंधन का सहयोग किया। पिछले कुछ महीनों से यहां के कचरा प्रबंधन संयंत्र में गीले कूड़े से सफलता पूर्वक ऑरगेनिक खाद बनाई जा रही है। सूखे कूड़े में से रिसाइकिल की जानी वाली चीजों को रिसाइकिल के लिए दिया जा रहा है। यहां की दुकानों में पॉलीथिन बैग पर प्रभावी प्रतिबंध है। लोगों को पौधरोपण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इससे इस सोसायटी में काफी हरियाली भी कायम हैं। लोगों ने कहा
हमलोगों ने मिलकर यह काम किया है। पिछले सालों के दौरान 16 रेनवाटर हार्वे¨स्टग पिट कांडोमिनियम परिसर में ऐसी जगहों पर बनाए गए जहां बारिश का पानी एकत्र होता है। यहां रहने वाले 749 परिवारों ने वेस्ट सेग्रिगेशन काफी पहले शुरु कर दिया था। ग्रीन बेल्ट एरिया में हमने अपना ऑरगेनिक खाद बनाने का संयंत्र लगाया है, इसमें किचन और हॉर्टिकल्चर वेस्ट से खाद बना रहे हैं। पानी को बचाने के लिए जागरूक किया गया है। सीवेज ट्रीटेड वाटर जिसे ग्रे वाटर भी कहते हैं, इससे पौधों की ¨सचाई हो रही है। यहां काफी संख्या में पेड़ पौधे लगाए गए हैं।
- तारीक रजा, आरडब्ल्यूए अध्यक्ष सिल्वर ओक्स सोसायटी मैं व्हाई वेस्ट योअर वेस्ट, सिटिजन फॉर क्लीन एयर जैसे स्वच्छ पर्यावरण पर काम करने वाले संगठनों से जुड़ी हूं। इससे प्रेरणा के साथ ही तरीका भी मिला। हमलोगों ने मिलकर फ्लैटों में रहने वाले परिवार के सदस्यों, महिलाओं, घरेलू सहायिकाओं के बीच पहले जागरूकता अभियान चलाया, जरूरी पंफलेट पोस्टर बांटकर माहौल तैयार किया अब हमारा कचरा प्रबंधन वैज्ञानिक तरीके से हो रहा है।
- सोना चटर्जी, पर्यावरण एक्टिविस्ट