उप-मुख्यमंत्री के सामने उद्यमी रखेंगे औद्योगिक क्षेत्र की समस्याएं
आइएमटी मानेसर के उद्यमियों द्वारा प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के सामने औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं को रखा जाएगा। दुष्यंत 14 फरवरी को आइएमटी मानेसर में आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन की वार्षिक बैठक में मुख्य अतिथि होंगे।
जागरण संवाददाता, मानेसर: आइएमटी मानेसर के उद्यमियों द्वारा प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के सामने औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं को रखा जाएगा। उप- मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला 14 फरवरी को आइएमटी मानेसर में होने वाली आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन की वार्षिक बैठक में मुख्य अतिथि होंगे। इस बैठक में उद्यमियों द्वारा उप मुख्यमंत्री के सामने क्षेत्र की समस्याओं को रखा जाएगा। इसके लिए आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन की तरफ से उद्यमियों से सुझाव व समस्याओं के बारे में चर्चा की है।
बैठक में उद्यमियों की मुख्य समस्याओं को भी उप मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा। एचएसआइआइडीसी के ऑडिटोरियम में होने वाले कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री के साथ कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। बता दें कि आइएमटी मानेसर में औद्योगिक क्षेत्र में कई ऐसी समस्याएं हैं जिनको दूर करने के लिए काफी समय से मांग की जा रही है लेकिन इस तरफ कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।औद्योगिक क्षेत्र के विकास की राह में सबसे बड़ी रुकावट बनने वाले टोल प्लाजा को हटाने और मानेसर तक मेट्रो पहुंचाने की मांग भी उप मुख्यमंत्री के समक्ष रखी जाएगी। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमियों को होने वाली दिक्कतों को भी अधिकारियों के सामने रखा जाएगा।
उद्यमियों की प्रमुख मांगें:
- मानेसर तक मेट्रो का विस्तार
- एनपीआर और एसपीआर को जल्द पूरा करना
- रिहायशी सेक्टर एक और औद्योगिक सेक्टरों के बीच कनेक्टिविटी
- मानेसर में सरकारी अस्पताल बनाने की मांग
- सुरक्षा के इंतजाम
- रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम तैयार करना
- औद्योगिक सेक्टरों में हॉकर मार्केट बनाना
- आइएमटी चौक को पूर्ण रूप से तैयार करना
- ताऊ देवीलाल पार्क को कॉम्प्लेक्स के रूप में विकसित करना
आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन की वार्षिक बैठक में उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पहुंचेंगे। इसमें अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। उद्यमियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर अधिकारियों के सामने मांग पत्र रखा जाएगा। एसोसिएशन क्षेत्र के विकास के लिए कार्य कर रही है। क्षेत्र में आर्टिफिशियल लेक बनाने पर भी विचार किया जा रहा है। इससे बारिश के पानी को यहीं इस्तेमाल किया जा सकेगा।
मनोज त्यागी, महासचिव, आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन