बिजली कटौती: उमस भरी गर्मी के बीच बिजली कटौती का दंश
बुधवार को भी कई जगह लोग बिजली कटौती के कारण परेशानी हुए। बिजली कटौती शहर के हर हिस्से में कमोवेश जारी है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : बुधवार को भी कई जगह लोग बिजली कटौती के कारण परेशानी हुए। बिजली कटौती शहर के हर हिस्से में कमोवेश जारी है। मंगलवार को भी कई जगह बिजली कटौती के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा था। बिजली निगम की सूचना के अनुसार मंगलवार को गुरुग्राम में कुल तीन करोड़ 21 लाख 59 हजार यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई है।
वोल्टेज के उतार चढ़ाव से हलकान रहे लोग
सेक्टर 47 के पूर्व आरडब्ल्यूए अध्यक्ष वीरेंद्र त्यागी ने बताया कि सेक्टर के कुछ हिस्सों में वोल्टेज के उतार चढ़ाव के कारण काफी दिक्कत आ रही है। लोगों को बिजली के उपकरण फुंक जा रहे हैं। बिजली की इस परेशानी को लोगों को वाट्सग्रुप में साझा किया गया, जिसमें बिजली निगम के पदाधिकारियों को भी जोड़ा गया है। प्रचंड गर्मी में बिजली की जरूरत ज्यादा है और लोड का सहने के लिए बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। वोल्टेज के उतार चढ़ाव का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। कई लोग अपने बिजली के उपकरण बंद करके रख रहे हैं यह अघोषित बिजली कटौती की तरह ही है। डीएलएफ फेज तीन के लोग भी बिजली के आने-जाने से परेशान हैं। सिस्टम ओवरलोड होने के चलते कॉलोनी में सबसे अधिक फॉल्ट सामने आ रहे हैं। यहां रहने वाली सीमा ने कहा इससे अच्छी बिजली तो गांव के लोगों को मिल रही है।
पालम विहार के जीवेशु अहलुवालिया कहते हैं कि पिछले दो महीने से पालम विहार के लोग जबरदस्त बिजली संकट झेल रहे हैं। बिजली कटौती और वोल्टेज में उतार चढ़ाव से काफी परेशानी हो रही है।
पालम विहार के जी ब्लॉक में रहने वाले रविद्र सिंह ने बताया कि हालांकि अभी भी बिजली की स्थिति में बहुत सुधार नहीं है मगर हमलोग बिजली निगम के साथ मिलकर इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने में सहयोग कर रहे हैं। पुरानी व्यवस्था में बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत लचर हो गया था। इस कारण हमें ज्यादा बिजली संकट झेलना पड़ा है। अभी बिजली निगम स्थिति को सुधारने में सहयोग कर रहा है।
ओवर हीटिग के कारण जले कई मीटर
आरडी सिटी में रहने वाली चैताली ने बताया कि यहां के सी फाइव ब्लॉक में बिजली के एक मीटर में आग लग गई। मीटर एक पैनल पर था और दूसरे मीटर भी जल गए। पिछले 18 सालों ने आरडी सिटी में बिजली की व्यवस्था उपेक्षित थी। आरडी सिटी प्रबंधन जब बिजली की आपूर्ति करता था तो वह लोड शेडिग कर एक ट्रांसफार्मर का लोड दूसरे ट्रांसफार्मर पर डाल देता था। यहां 4.5 मेगावाट क्षमता की बिजली आपूर्ति होती थी। पुरानी व्यवस्था में बिजली के कट ज्यादा लगते थे मगर उपकरण ओवरहीटिग के कारण जलते कम थे। बिजली निगम से हमारी सोसायटी में सीधी आपूर्ति हो रही है, इसमें लोड शेडिग की व्यवस्था नहीं है। इंफ्रास्ट्रक्चर लोड के अनुसार नहीं हैं, ऐसे में ओवर हीटिग के कारण हमारे उपकरण जल रहे हैं नतीजतन बिजली कट रही। एक लंबे समय की गड़बड़ी है बिजली निगम धीरे-धीरे सुधार कर रहा है। हम अचानक से बदलाव की उम्मीद भी नहीं कर रहे हैं।