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सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मिलेगा ई-विद्यालय का तोहफा

सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा से बेहतर तरीके से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग ने एक और कदम उठाया है। विभाग ने आनलाइन तरीके से शिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए ई-विद्यालय का कांसेप्ट तैयार किया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jun 2021 08:10 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jun 2021 08:10 PM (IST)
सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मिलेगा ई-विद्यालय का तोहफा
सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मिलेगा ई-विद्यालय का तोहफा

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा से बेहतर तरीके से जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग ने एक और कदम उठाया है। विभाग ने आनलाइन तरीके से शिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए ई-विद्यालय का कांसेप्ट तैयार किया है। शिक्षा निदेशालय की तरफ से जारी एक प्रपत्र के मुताबिक इस मंच पर विद्यार्थी और अभिभावक जुड़ेंगे और पठन-पाठन को और बेहतर बनाया जाएगा। इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने तैयारियां पूरी कर ली हैं और इसका औपचारिक उद्घाटन यूट्यूब लाइव के माध्यम से बुधवार को किया जाएगा। बाद में सक्षम वाट्एप ग्रुप से योजना पर काम होगा।

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स्कूल-विद्यार्थी के बीच पटेगी खाई

निजी स्कूलों में लगातार चल रही कक्षाओं और गतिविधियों के कारण विद्यार्थियों और स्कूलों के बीच में उतनी दूरी नहीं आई है जितनी कि सरकारी स्कूलों में आई है। एजुसेट और अन्य माध्यमों से केवल एकतरफा संवाद में बच्चे स्कूलों से बहुत अधिक दूरी और अलगाव महसूस कर रहे थे। इसी खाई को पाटने के लिए शिक्षा निदेशालय ने ई-विद्यालय की अवधारणा को मूर्त रूप दिया है।

एससीईआरटी के निदेशक डा. ऋषि गोयल का कहना है कि अब तक सरकारी स्कूलों में एजुसेट और अन्य माध्यमों से विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाया जा रहा था लेकिन उसमें विद्यार्थी अपनी समस्या नहीं रख पाते थे। अब सक्षम एप के माध्यम से विद्यार्थी अपनी बात भी रख सकेंगे और उनकी समस्याओं का शिक्षक तत्काल समाधान भी कर सकेंगे। तीन स्तरों पर होगी व्यवस्था

एससीईआरटी के उपनिदेशक डा. सुनील बजाज के मुताबिक ई-विद्यालय में तीन स्तरों पर काम होगा। इसमें जिन विद्यार्थियों के पास इंटरनेट और स्मार्टफोन की उपलब्धता है उनके साथ गूगल मीट और जूम जैसे चैनलों से शिक्षक जुड़ेंगे। जिनके पास कम रेंज का इंटरनेट है उनसे शिक्षक टेलीकांफ्रेसिग के जरिए संवाद स्थापित करेंगे और तीसरा, जिन विद्यार्थियों के पास फोन ही नहीं है, उनकी मदद आसपास के स्कूल के शिक्षक और अभिभावक मिलकर करेंगे।

घरों तक पहुंचेंगे स्कूल

एसीईआरटी के निदेशक इस योजना की जानकारी रिसोर्स पर्सन और शिक्षकों को यूट्यूब के माध्यम से बुधवार को देंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे स्कूल नहीं पहुंच सकते तो इस योजना के माध्यम से स्कूल बच्चों तक पहुंचेंगे। इस योजना के जरिये निश्चित रूप से विद्यार्थियों को लाभ पहुंचेगा।


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