ई-लर्निंग कितनी कारगर, सर्वे से पता लगाएंगे
लॉकडाउन के कारण नए सत्र के तहत ऑनलाइन कक्षाएं लगाई जा रही हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: लॉकडाउन के कारण नए सत्र के लिए ऑनलाइन कक्षाएं लगाई जा रही हैं। शिक्षा निदेशालय हर संभव प्रयास कर रहा है कि सभी विद्यार्थियों को ई-लर्निंग का लाभ मिले। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के पास ई-लर्निंग को लेकर उचित उपकरण उपलब्ध हैं या नहीं इसको लेकर अब निदेशालय द्वारा जानकारी मांगी गई है। इसके लिए विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी और जिला परियोजना संयोजक को निर्देश दिए हैं।
निदेशालय के निर्देश के अनुसार ई-लर्निंग को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा एजुसेट के माध्यम से पढ़ाई करवाई जा रही है। विभिन्न केबल चैनलों पर सभी कक्षाओं के पाठ्यक्रम का वीडियो प्रसारण किया जा रहा है, ताकि जिन विद्यार्थियों के पास स्मार्टफोन नहीं हैं वह टीवी के जरिए पढ़ाई कर सकते हैं। ई-लर्निंग के तहत विद्यार्थी को क्या-क्या समस्याएं आ रही हैं, कितने फीसद विद्यार्थियों के पास ई-लर्निंग के लिए स्मार्टफोन, टीवी, इंटरनेट, लैपटॉप व कंप्यूटर जैसे जरूरी उपकरण उपलब्ध हैं, इसके लिए सर्वे किया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी कैप्टन इंदू बोकन ने बताया कि जिले में असिस्टेंट ब्लॉक रिसोर्स को-ऑर्डिनेटर और ब्लॉक रिसोर्स पर्सन से इस संबंध में जानकारी मांगी गई है। निदेशालय के निर्देश के अनुसार गूगल फार्म पर यह जानकारी 14 मई तक भेजनी है।
ई-लर्निंग को लेकर विद्यार्थियों को किस तरह की समस्याएं आ रही हैं। विद्यार्थियों को इसका पूरा लाभ मिल पाने में कहां गैप आ रहा है, इस बारे में गूगल फॉर्म पर जानकारी ली जाएगी। इसके बाद चीजों में सुधार किया जाएगा।
- कै. इंदू बोकन, जिला शिक्षा अधिकारी