सफाई के नाम पर लाखों खर्च, फिर भी फैल रही गंदगी
आइएमटी मानेसर में सफाई के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं। इसके बाद भी यहां जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। आइएमटी में सफाई के नाम पर बस खाना पूर्ति की जा रही है। सड़कों किनारे से गंदगी उठा कर आइएमटी के नजदीक खाली जमीन पर ही डाल दी जाती है। इसके अलावा यहां के पार्कों में भी गंदगी डाली जा रही है।
जागरण संवाददाता, मानेसर: आइएमटी मानेसर में सफाई के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं। इसके बाद भी यहां जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। आइएमटी में सफाई के नाम पर बस खाना पूर्ति की जा रही है।
आइएमटी मानेसर में सफाई के लिए ठेकेदार नियुक्त कर रखे हैं। ठेकेदारों ने अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली और कर्मचारी लगा रखे हैं। ये कर्मचारी सफाई करते हैं और गंदगी को आइएमटी के बाहर खाली जमीन पर डाल देते हैं। इसके साथ ही यहां के पार्कों में भी गंदगी डाली जा रही है। कंपनियों ने निकलने वाले कचरे को भी पार्कों में ही डाल दिया। जाता है। इससे यहां के पार्कों की स्थिति काफी खराब हो चुकी है। औद्योगिक क्षेत्र में भी कई जगह गंदगी फैली रहती है। उद्यमी किशोर बहल ने बताया कि आइएमटी थाने के साथ खाली प्लॉट में रोजाना गंदगी डाली जा रही है। इसके कारण कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों और यहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी होती है। उद्यमी मनोज यादव ने बताया कि आइएमटी मानेसर में सफाई के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं की गई है। इससे सफाई कर्मी खाली जमीन पर ही गंदगी डाल देते हैं। सफाई के नाम पर लाखों रुपये एचएसआइआइडीसी द्वारा खर्च किए जाते हैं। इसके बाद भी ऐसे हाल हैं। नालों और खाली जमीन पर गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। नालों के साथ-साथ बड़ी घास उग गई हैं। जगह जगह फैला कूड़ा आइएमटी की सुंदरता को खराब कर रहा है। उद्यमियों ने मांग की है कि ठेकेदारों को सफाई के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए जाएं और नियमित रूप से क्षेत्र में सफाई की जाए। सफाई के बाद कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था भी की जानी चाहिए।