पैकेज स्टोरी: डीजल ऑटो मुक्त होगी साइबर सिटी
एक जनवरी से गुरुग्राम पूरी तरह डीजल ऑटो मुक्त होगा। शहर से लेकर गांव तक के इलाके में यानी कहीं डीजल ऑटो चलाने की इजाजत नहीं होगी।
आदित्य राज, गुरुग्राम
एक जनवरी से गुरुग्राम पूरी तरह डीजल ऑटो मुक्त होगा। शहर से लेकर गांव तक के इलाके में यानी कहीं डीजल ऑटो चलाने की इजाजत नहीं होगी। आदेश का उल्लंघन करने पर न केवल जुर्माना लगाया जाएगा, बल्कि हमेशा के लिए ऑटो जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन के इस निर्णय से पर्यावरण को लेकर चिंता जताने वाले लोगों में खुशी है। सभी का मानना है कि बड़ी मात्रा में प्रदूषण फैलाने वाले डीजल ऑटो बंद होने से शहर की आबोहवा बेहतर हो जाएगी।
जिले में लगभग 40 हजार ऑटो हैं। इनमें से 15 से 20 हजार डीजल आधारित हैं। इनमें से अधिकतर ऑटो डीजल में केरोसीन मिलाकर चलाए जाते हैं। इस वजह से काला धुआं निकलता रहता है। इसके प्रदूषण के कारण कई चौराहों से लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। इसे देखते हुए दैनिक जागरण डीजल ऑटो से मुक्ति दिलाने की दिशा में लगातार अभियान चला रहा है। अब सफलता मिलती दिखाई दे रही है। प्रशासन ने निर्णय लिया है कि किसी भी कीमत पर एक जनवरी से डीजल ऑटो चलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
200 ऑटो में से 20 में केरोसीन तेल मिलाने की शिकायत साबित
शहर को गैस चैंबर से निजात दिलाने के लिए क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं ट्रैफिक पुलिस द्वारा 15 नवंबर से अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान अब तक लगभग 400 वाहन जब्त किए जा चुके हैं। इनमें से 200 ऑटो के ईंधन के सैंपल लिए गए। जांच रिपोर्ट के मुताबिक 20 ऑटो के सैंपल फेल हो गए यानी डीजल में केरोसीन तेल मिलाकर चलाने की शिकायत साबित हो गई। इसका मतलब यह है कि अगर जिले में लगभग 20 हजार डीजल ऑटो चलते हैं तो उनमें से लगभग दो हजार ऑटो डीजल में केरोसीन मिलाकर चलाए जाते हैं। क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण के इंस्पेक्टर हरेंद्र वीर का कहना है कि डीजल में केरोसीन मिलाने से काला धुआं अधिक निकलता है। इसे देखते हुए ही एक जनवरी से पूरी तरह डीजल ऑटो के संचालन पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। डीजल ऑटो की जगह सीएनजी ऑटो पर जोर
जिला प्रशासन डीजल ऑटो की जगह सीएनजी एवं इलेक्ट्रिक ऑटो के ऊपर जोर देगा। इस बारे में ऑटो मालिकों को जागरूक करने का काम भी किया जा रहा है। विभिन्न क्षेत्र के लोगों का मानना है कि सार्वजनिक परिवहन की सुविधा बेहतर नहीं है। ऐसी स्थिति में ऑटो ही कुछ किलोमीटर की दूरी तय करने का सबसे बेहतर माध्यम है। इसे ध्यान में रखकर प्रदेश सरकार सब्सिडी पर सीएनजी ऑटो उपलब्ध कराए।
. जिले को डीजल ऑटो से मुक्ति दिलाने की दिशा में प्रयास तेज किए जा चुके हैं। एक जनवरी से पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। एक जनवरी से सीएनजी एवं इलेक्ट्रिक ऑटो ही चलाने की इजाजत दी जाएगी। डीजल ऑटो के बंद होने से प्रदूषण का स्तर काफी कम हो जाएगा। इसके अलावा भी कई स्तर पर प्रयास किए जाएंगे ताकि प्रदूषण का स्तर कम हो।
-अमित खत्री, जिला उपायुक्त, गुरुग्राम प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए डीजल ऑटो से मुक्ति आवश्यक है। लोगों का रोजगार न खत्म हो इसके लिए मैं भी चाहता हूं कि डीजल ऑटो चालकों को सब्सिडी पर सीएनजी ऑटो उपलब्ध हो जाए। इसके लिए मैंने मुख्यमंत्री से बातचीत की है। मैंने मुख्यमंत्री के सामने यह भी प्रस्ताव रखा है कि सरकार सभी डीजल ऑटो को खरीदकर डंप कर दे। इससे ऑटो चालकों को कुछ कीमत मिल जाएगी।
-सुधीर सिगला, विधायक, गुड़गांव विधानसभा क्षेत्र