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सड़क पर अभी भी बह रहा सीवर का पानी

औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर-37 में सीवर का पानी सड़कों पर बहने से उद्यमी बेहद परेशान हैं। उद्यमी इसकी शिकायत मुख्यमंत्री तक से कर चुके हैं। 3 सालों से लगातार सड़कों पर बहते पानी का कोई भी अधिकारी समाधान करने को तैयार नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Jan 2021 06:21 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jan 2021 06:31 PM (IST)
सड़क पर अभी भी बह रहा सीवर का पानी
सड़क पर अभी भी बह रहा सीवर का पानी

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर-37 में सीवर का पानी सड़कों पर बहने से उद्यमी बेहद परेशान हैं। उद्यमी इसकी शिकायत मुख्यमंत्री तक से कर चुके हैं। 3 सालों से लगातार सड़कों पर बहते पानी का कोई भी अधिकारी समाधान करने को तैयार नहीं है। समस्या का मुख्य कारण सीवर लाइन को मेन लाइन में नहीं जोड़ा जाना है। इस सीवर लाइन को बादशाहपुर ड्रेन में खुले में ही छोड़ रखा था। अब एनजीटी के आदेश पर बादशाहपुर ड्रेन से इस सीवर के पानी को पूरी तरह बंद कर दिया गया है।

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औद्योगिक सेक्टर-37 में सीवर की लाइन प्लाट नंबर 756 से लेकर 766 तक पिछले कई सालों से आगे नहीं जोड़ी गई है। इसकी वजह से सीवर का गंदा पानी सड़क पर ही बहता रहता है। 2017 में यह मुद्दा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने रखा गया था। उसके बाद भी नगर निगम अधिकारियों ने इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया है। तीन साल पहले इस समस्या की शिकायत सीएम ट्विटर हैंडल पर भी भेजी गई थी। उन्होंने इसका संज्ञान भी लिया था। परंतु निगम ने आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बारे में कई बार मैं निजी तौर पर शिकायत कर चुका हूं। सड़क पर बहते पानी से सभी परेशान है।

- उदयवीर यादव, अध्यक्ष, आरडब्ल्यूए, सेक्टर-10ए सीवर का पानी सड़कों पर खुला बह रहा है। निगम के अधिकारियों को बार-बार शिकायत भी कर ली। जब भी शिकायत की जाती है कोई ना कोई बहाना बना कर मामले को टरका दिया जाता है। इससे उद्यमी ही नहीं काम करने वाले कर्मचारी भी परेशान है।

- दीपक मैनी, प्रदेश महासचिव, फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री ,हरियाणा चैप्टर इस समस्या से संबंधित वीडियो या फोटो वाट्सएप के ग्रुप पर डाला जाता है, जिस पर आरडब्ल्यूए और निगम के अधिकारी हैं। वार्ड 23 के पार्षद यह लिखकर कि कल ठीक करवा देंगे मुद्दे को इधर-उधर भटका देते हैं। अधिकारी तो उस पर कोई टिप्पणी करते ही नहीं है। निगम के अधिकारियों को शायद लोगों की समस्या से कोई लेना देना नहीं है।

- एसपी अग्रवाल, उद्यमी पिछले 3 साल से सेक्टर-37 में यह समस्या बनी हुई है। निगम के अधिकारी इसके प्रति जरा भी गंभीर नहीं है। कभी-कभार इस लाइन को गैर कानूनी तरीके से बादशाहपुर ड्रेन में जोड़ देते हैं, जिसको एनजीटी वाले बंद कर जाते हैं। अब समस्या बेहद विकराल होती जा रही है।

- अमन गुप्ता, उद्यमी


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