आज आएगा सीए की जमानत पर फैसला
फर्जी बिलों के आधार पर केंद्रीय वस्तु और सेवा कर विभाग के गुरुग्राम कार्यालय द्वारा 15 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किए जाने के मामले में गिरफ्तार चार्टर्ड एकाउंटेंट सुनील और गौरव की जमानत पर सोमवार को फैसला आएगा।
जासं, गुरुग्राम : फर्जी बिलों के आधार पर केंद्रीय वस्तु और सेवा कर (सीजीएसटी) विभाग के गुरुग्राम कार्यालय द्वारा 15 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किए जाने के मामले में गिरफ्तार चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) सुनील और गौरव की जमानत पर सोमवार को फैसला आएगा। शनिवार को जमानत की अर्जी पर बहस पूरी होने के बाद जिला अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। मामले में द इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड एकाउंटेंट आफ इंडिया (गुरुग्राम चैप्टर) के चेयरमैन मोहित सिघल का कहना है कि सीए गलत नहीं हैं। फर्म सही है या नहीं इसकी पड़ताल करना विभाग का काम है। नाम न छापने की शर्त पर विभाग के एक उच्चाधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपितों में से एक ने स्वीकार भी कर लिया है कि उन्होंने गड़बड़झाला किया है। बिना सीए की मिलीभगत के कोई भी कारोबारी गड़बड़झाला नहीं कर सकता। जहां तक विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत का सवाल है तो जांच की जा रही है। जो भी मामले में संलिप्त मिलेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि कुछ महीने पहले चार-पांच कारोबारियों ने बिना कारोबार किए ही फर्जी बिलों के आधार पर 15 करोड़ रुपये का रिफंड विभाग से हासिल कर लिया। शिकायत सामने आने पर विभाग ने छानबीन की तो पता चला कि दो सीए की इसमें भूमिका थी। इसके आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। द इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड एकाउंटेंट आफ इंडिया (गुरुग्राम चैप्टर) के चेयरमैन मोहित सिघल का कहना है कि अधिकारियों और कारोबारियों की मिलीभगत से गड़बड़झाला हुआ है। ऐसा नहीं फिर कुछ ही दिनों के भीतर 15 करोड़ रुपये का रिफंड कैसे जारी कर दिया गया। जारी करने से पहले अधिकारियों ने जांच क्यों नहीं की।