समाज के हर वर्ग की भागीदारी से तैयार होगा एससीएफ
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा यानी नेशनल करीकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) को आधार देने के लिए इस बार राज्य पाठ्यचर्या रूपरेखा तैयार की जा रही है। राज्य शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) इस पर काम कर रही है।
प्रियंका दुबे मेहता, गुरुग्राम
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा यानी नेशनल करीकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) को आधार देने के लिए इस बार राज्य पाठ्यचर्या रूपरेखा तैयार की जा रही है। राज्य शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) इस पर काम कर रही है। इसे लेकर कार्यशालाएं हो रही है। मंगलवार से शुरू हुई दो दिवसीय कार्यशाला में बीस जिलों के डाइट विशेषज्ञों ने बैठक में हिस्सा लिया और सभी ने एससीएफ और राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर अपने सुझाव रखे। एससीईआरटी की शिक्षक प्रशिक्षण विभाग की अध्यक्ष अंशू सिगला ने बताया कि इस बार यह पाठ्यचर्या समाज के हर वर्ग की भागीदारी से तैयार हो रही है। इसके लिए न केवल शिक्षकों, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों के पेशेवरों की भी राय ली जा रही है।
बनाए जा रहे आधार पत्र (पोजीशन पेपर)
इस पाठ्यचर्या को तैयार करने के लिए एससीईआरटी के विशेषज्ञ विभिन्न विषयों पर कार्य कर रहे हैं। एससीईआरटी की शिक्षक प्रशिक्षण की प्रभारी तनु भारद्वाज ने बताया कि इस करीकुलम के लिए जमीनी स्तर से सुझाव, समस्याएं और उनके समाधानों जैसे बिदुओं को शामिल किया जा रहा है। एससीएफ बनाने के लिए एससीईआरटी के विशेषज्ञों द्वारा इसी आधार पर 25 आधारपत्र तैयार किए जा रहे हैं। इन आधारपत्रों में 25 अलग-अलग विषयों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई है। इन्हीं के आधार पर राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) राष्ट्रीय करीकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) तैयार करेगी।
हर वर्ग की राय
नवंबर माह में एससीईआरटी और एनसीईआरटी ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत एक-एक सर्वेक्षण किया था, जिसमें एनसीईआरटी द्वारा तैयार पर्चे को विभिन्न वर्गों के बीच वितरित किया गया था और उनसे विभिन्न विषयों पर राय और सुझाव मांगे गए थे। इसमें इस बार खास यह है कि अशिक्षित लोगों से भी राय मांगी गई है कि वे स्कूलों में किस तरह की शिक्षा चाहते हैं। स्कूली शिक्षा से क्या अपेक्षाएं हैं। इस बारे में सभी ने अपने विचार रखे थे। पाठ्यचर्या के विषय
पाठ्यचर्या के चार विषयों वयस्क शिक्षा (अडल्ट एजुकेशन), शिक्षक शिक्षा (टीचर एजुकेशन), स्कूली शिक्षा और अर्ली चाइड केयर एजुकेशन शामिल है। एससीईआरटी के उपनिदेशक डा. सुनील बजाज ने बताया कि इन्हीं विषयों को ध्यान में रखकर पाठ्यचर्या तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि एससीएफ की एक रूपरेखा जनवरी 2022 तक तैयार कर ली जाएगी।