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नगर निगम बनने के बाद नहीं हो रही गांवों में सफाई

नगर निगम बनने के बाद से इसके अंतर्गत आने वाले गांवों का हाल बदहाल है। क्षेत्र में जहां भी खाली जमीन दिखाई देती है वहीं पर कूड़े का ढेर लगा दिया जाता है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 07:34 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 07:34 PM (IST)
नगर निगम बनने के बाद नहीं हो रही गांवों में सफाई
नगर निगम बनने के बाद नहीं हो रही गांवों में सफाई

जागरण संवाददाता, मानेसर: नगर निगम बनने के बाद से इसके अंतर्गत आने वाले गांवों का हाल बदहाल है। क्षेत्र में जहां भी खाली जमीन दिखाई देती है वहीं पर कूड़े का ढेर लगा दिया जाता है। केएमपी एक्सप्रेस-वे की ग्रीन बेल्ट में भी कूड़े की ट्राली खाली की जाने लगी हैं। निगम क्षेत्र से बाहर भी कूड़े के ढेर दिखाई देने लगे हैं। इस बात को देखते हुए ग्रामीणों का कहना है कि नगर निगम के सफाईकर्मी सफाई करते हैं लेकिन कूड़े को खाली जमीन पर ही डाल दिया जाता है।

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नए गुरुग्राम के 18 सेक्टरों, औद्योगिक क्षेत्र मानेसर के आठ सेक्टरों और 29 गांवों को जोड़कर नगर निगम का गठन किया गया है। इन गांवों के लोग कहने लगे हैं कि ये कैसा निगम बना इससे बेहतर तो ग्राम पंचायत ही थी। कम से कम सफाई के मामले में तो कोई समस्या नहीं थी। अब तो बस हर जगह कूड़ा ही कूड़ा दिखाई दे रहा है। मानेसर नगर निगम में अभी तक पूरा स्टाफ भी भर्ती नहीं किया गया है। आधे अधूरे संसाधनों से ही निगम में कार्य चल रहा है।

ग्राम पंचायतों और हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन (एचएसआइआइडीसी) से निगम ने कार्यभार भी एक साल पहले लिया जा चुका है। नगर निगम में अभी गुरुग्राम नगर निगम के स्टाफ से ही कार्य चलाया जा रहा है। मानेसर नगर निगम में अभी कुछ पदों पर ही नियमित तौर पर कर्मचारियों की नियुक्ति की है। ग्रामीण रोजाना वाट्सएप ग्रुप में इस जगह जगह फैले कूड़े के फोटो भेजते हैं और अधिकारियों को कोसते हैं।

जगह जगह फैला लगे हुए हैं कूड़े के ढेर

नगर निगम मानेसर क्षेत्र में शहरी क्षेत्र अधिक है। ऐसे में यहां पहले ग्राम पंचायतों और एचएसआइआइडीसी द्वारा निजी कंपनियों से सामाजिक दायित्व के तहत सफाईकर्मी नियुक्त करा रखे थे। यह सफाईकर्मी गांवों के अंदर से पहले की तरह सफाई करते हैं और कूड़े को गांव से बाहर डाल देते हैं। यहां से पहले एचएसआइआइडीसी की तरफ से कूड़े को उठाया जाता था लेकिन अब एचएसआइआइडीसी की तरफ निगम को कार्यभार सौंप दिया है। अब यहां से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है।

ग्रामीण क्षेत्र में भी सरपंचों से कार्यभार ले लिया गया है। अब न तो कोई जनप्रतिनिधि सुनने वाला है न ही कोई अधिकारी सुनते हैं। ऐसे ही औद्योगिक क्षेत्र मानेसर में रोजाना एचएसआइआइडीसी की तरफ से सफाई कराई जाती थी। अब यह क्षेत्र निगम के दायरे में आ गया है। यहां जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं।

ग्रामीण क्षेत्र से कूड़ा उठाकर बाहर सड़क किनारे डाल दिया जाता है। यहां कूड़ा फैला रहने से काफी परेशानी हो रही है। कई बार अधिकारियों से इस बारे में शिकायत की गई है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। रोजाना दूर तक बदबू आती रहती है। इसका स्थायी समाधान किया जाना चाहिए ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।

राकेश चौहान, बास कुशला

नगर निगम अधूरी तैयारी के साथ बनाया गया है। इसके खिलाफ कई बार ग्रामीण एकजुट होकर पंचायत इर चुके हैं। नगर निगम लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बनाया गया था लेकिन यहां तो उल्टा हो रहा है। सुविधाओं के नाम पर कोई कार्य नहीं किया जाता है और लोगों को नोटिस देकर उलझाया जा रहा है।

कैलाश यादव, मानेसर


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