एनएसजी के नाम पर ठगी: मुख्य आरोपित प्रवीण यादव की रिमांड 12 दिन के लिए बढ़ी
नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के नाम पर 133 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी मामले के मुख्य आरोपित प्रवीण यादव की पुलिस रिमांड 12 दिन के लिए बढ़ा दी गई है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के नाम पर 133 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी मामले के मुख्य आरोपित प्रवीण यादव की पुलिस रिमांड 12 दिन के लिए बढ़ा दी गई है। रविवार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश कर एसआइटी ने आरोपित की रिमांड बढ़ाने का अनुरोध किया। जांच अधिकारी ने अदालत को बताया कि ठगी की रकम आरोपित ने दूसरे शहरों में रहने वाले कई रिश्तेदारों के बैंक खाते में जमा की थी तथा उन खातों से लेनदेन भी हुआ। सबूत जुटाने के लिए रिमांड बढ़ाई जानी चाहिए। बुधवार को प्रवीण की पुलिस रिमांड चार दिन के लिए बढ़ाई गई थी, जबकि मामले में आरोपित उसकी पत्नी ममता यादव, बहन रितुराज यादव और बिचौलिये की भूमिका निभाने वाले दिनेश कुमार न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया गया था।
आठ जनवरी को एनएसजी के मानेसर कैंपस में सिविल वर्क के लिए टेंडर दिलाने के नाम पर चार कंस्ट्रक्शन कंपनियों के मालिकों से 131. 49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ था। बाद में 21 जनवरी को एसबीएन कारपोरेशन कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक संतलाल ने 1.66 करोड़ रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई। मामले में मुख्य आरोपित प्रवीण यादव के साथ ही ममता यादव, रितुराज यादव और दिनेश कुमार की गिरफ्तारी की गई थी। प्रवीण यादव का बहनोई और एनएसजी में असिस्टेंट कमांडेंट रहे नवीन कुमार तथा प्रवीण कुमार के पिता कमल सिंह की तलाश की जा रही है। मामले में दोनों नामजद आरोपित हैं।
मामले की जांच के लिए विशेष जांच समिति (एसआइटी) बनाई गई जो पूरे मामले की छानबीन कर रही है। फरार नवीन को दबोचने के लिए दिल्ली तथा राजस्थान के कई शहरों में छापेमारी हुई पर अभी तक वह एसआइटी के हाथ नहीं लगा है। सबूत जुटाने के लिए मुख्य आरोपित प्रवीण यादव से पूछताछ अभी चल रही है। अदालत से उसकी रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की गई जिसे स्वीकार कर अदालत ने 12 दिन की रिमांड अवधि और बढ़ा दी।
- प्रीतपाल, एसआइटी प्रमुख तथा सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम), गुरुग्राम