आनलाइन डेटिंग में पूर्व सैन्य अधिकारी से झटक लिए पांच लाख रुपये
साइबर सिटी में धोखाधड़ी के मामले कम होने का नाम नहीं। प्रतिदिन विभिन्न थानों में तीन से चार मामले दर्ज किए जा रहे हैं। अधिकतर मामले आनलाइन धोखाधड़ी के सामने आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : साइबर सिटी में धोखाधड़ी के मामले कम होने का नाम नहीं। प्रतिदिन विभिन्न थानों में तीन से चार मामले दर्ज किए जा रहे हैं। अधिकतर मामले आनलाइन धोखाधड़ी के सामने आ रहे हैं। बुधवार को भी अलग-अलग थानों में तीन मामले दर्ज किए गए।
सेक्टर-46 इलाके में रह रहे एक पूर्व सैन्य अधिकारी को पिछले सप्ताह एक युवती ने आनलाइन डेटिग सर्विसेज के माध्यम से फोन करके दोस्ती करने का आफर दिया। फिर उसने एक अन्य युवती से बात कराई। दोनों की बात में आकर वे दोस्ती करने को तैयार हो गए। फिर अपनी बातों के जाल में फंसाकर दोनों ने उनसे रजिस्ट्रेशन फीस एवं डिस्क्लोजिग फीस के नाम पर धीरे-धीरे करके अलग-अलग एकाउंट में 4,94,840 रुपये जमा करा लिए। फिर उन्हें अहसास हुआ कि उनके साथ ठगी की गई।
शिकायत के आधार पर सेक्टर-50 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पीड़ित पूर्व सैन्य अधिकारी ने बताया कि वे ही नहीं, बल्कि 200 से अधिक लोगों के साथ इसी तरह से ठगी की जा चुकी है। मीठी-मीठी बातें करके लोगों को जाल में फंसाया जाता है। आनलाइन डेटिग सर्विसेज की तरह कई आनलाइन साइटें चल रही हैं। पुलिस साइटों की जांच करने के साथ आरोपितों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करे। फोन हैक करके निकाले पैसे : सेक्टर-83 निवासी एसआर मीणा अपनी एक कार उबर कंपनी के साथ जोड़ना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने कुछ दिन पहले कंपनी के कस्टमर केयर सेंटर से संपर्क किया था। छह फरवरी को एक व्यक्ति ने फोन करके अपने आपको कस्टमर केयर सेंटर का कर्मचारी बताया। फिर उसने बातचीत करने के दौरान ही उनका मोबाइल हैक कर लिया। बाद में खाते से दो बार 20 हजार रुपये निकाल लिए। शिकायत के आधार पर खेड़कीदौला थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। एसआर मीणा का कहना है कि पुलिस जल्द आरोपित की पहचान कर उसे गिरफ्तार करे, ताकि किसी और के साथ ठगी न हो। कर्मचारी ने की धोखाधड़ी : एक फैसिलिटी मैनेजमेंट कंपनी के संचालक ने अपने कर्मचारी करण कुमार के ऊपर 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। कर्मचारी एकाउंट का काम देखता था। उसके पास ही सभी कर्मचारियों के एकाउंट में सैलरी ट्रांसफर करने की जिम्मेदारी थी। आरोप है कि उसने धीरे-धीरे करके अपने व अपने जानकारों के एकाउंट में 50 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर कर ली। इसके बाद नौकरी छोड़कर चला गया। आडिट से धोखाधड़ी का पता चला। शिकायत के आधार पर सेक्टर-40 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। कंपनी के संचालक का कहना है कि जब कर्मचारी ही धोखा देंगे, फिर किस पर विश्वास किया जाएगा।