तरह-तरह की चालों से फंसाते हैं साइबर ठग
साइबर सिटी में जालसाजों का जाल दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार को भी चार मामले दर्ज किए गए। सभी मामले ऑनलाइन धोखाधड़ी से संबंधित हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: साइबर सिटी में जालसाजों का जाल दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार को भी चार मामले दर्ज किए गए। सभी मामले ऑनलाइन धोखाधड़ी से संबंधित हैं। इस बारे में पुलिस लगातार अपील कर रही है कि फोन से बातचीत के आधार पर पैसों का लेन-देन न करें। यदि कोई लिक भेजकर क्लिक करने के लिए कहता है तो न करें। यदि कोई क्यूआर कोड भेजता है तो उस पर ध्यान न दें। इसके बाद भी लोग जालसाजों के जाल में फंस रहे हैं। स्कूटी बेचने के नाम पर ठगी
सेक्टर-39 निवासी अक्षय कुमार ने सामानों की ऑनलाइन खरीद-बिक्री से संबंधित साइट पर एक स्कूटी का विज्ञापन देखा था। खरीदने की इच्छा जाते हुए विज्ञापन डालने वाले को फोन किया। बातचीत के आधार पर उन्होंने 51,800 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद उसने फोन बंद कर लिया। दोस्त बताकर ठगी
गांव बादशाहपुर निवासी सुरेंद्र सिंह को एक व्यक्ति ने फोन करके कहा कि वह उसका पुराना दोस्त बोल रहा है। लॉकडाउन की वजह से कुछ पैसे की जरूरत है। फिर वाट्सएप से कोड भेजा। स्कैन करते ही उनके खाते से 60 हजार रुपये निकल गए। बाद में पता चला कि फोन करने वाले से उनका कोई संबंध नहीं। सोफा खरीदने के नाम पर ठगी
सेक्टर-102 निवासी रामोलेश पॉल ने सोफा बेचने की जानकारी सामानों की खरीद-बिक्री से संबंधित ऑनलाइन साइड पर डाली थी। एक व्यक्ति ने फोन करे सोफा खरीदने की इच्छा जाहिर की। बातचीत तय होने के बाद उसने पेटीएम से पैसे देने की बात करके क्यूआर कोड भेजा। इसके बाद उनके खाते से कई बार में 49 हजार रुपये निकल गए। बाद में उसने फोन करके कहा कि पैसे लौटा देंगे लेकिन नहीं लौटाया। इसी तरह मानेसर स्थित एक निजी कंपनी में नौकरी करने वाले रवि ने कुछ सामान बेचने की जानकारी ऑनलाइन साइट पर डाली थी। खरीदने के लिए एक व्यक्ति ने फोन किया। उसने भी क्यूआर कोड भेजकर खाते से 39990 रुपये निकाल लिए। गिफ्ट भेजने के नाम पर ठगी
लक्ष्मण विहार निवासी अभिषेक सिंह की फेसबुक के माध्यम से यूनाइटेड किग्डम में रहने वाली अन्नाबेला नामक युवती से फरवरी में जान-पहचान हुई। कुछ दिन बाद उसने कहा कि वह गिफ्ट भेज रही है। उसमें 30 हजार पाउंड हैं। दो दिन बाद भारतीय नंबर से फोन आया कि आपका कोरियर आया है। इसके लिए आपको कुछ राशि जमा करनी होगी। फिर टैक्स के नाम पर राशि जमा कराने को कहा। इस तरह कुल मिलाकर 3 लाख 60 हजार रुपये जमा करा लिए। तब उन्हें आभास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी की जा रही है। सभी शिकायतों के आधार पर साइबर क्राइम थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।