बेटे की शादी से लौट रहे पिता की कार नहर में गिरी, मौत
गांव सरमथला के रहने वाले हरकिशन सैनी अपने बेटे की शादी से लौट रहे थे।
संवाद सहयोगी, सोहना (गुरुग्राम): गांव सरमथला के रहने वाले हरकिशन सैनी अपने बेटे की शादी से लौटते हुए हादसे का शिकार हो गए। रविवार सुबह उनकी कार असंतुलित होकर गांव बाईखेड़ा के नजदीक गुरुग्राम नहर में गिर गई। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही निमोठ पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नहर से बाहर निकाल पोस्टमार्टम के लिए सोहना अस्पताल पहुंचाया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। बहू के घर आने से पहले ही हरकिशन की मौत की सूचना से घर में मातम पसर गया।
बरात शनिवार को फरीदाबाद के ऊंचा गांव गई थी। रविवार सुबह चार बजे हरकिशन सैनी अपनी कार से घर वापिस लौट रहे थे। जांच अधिकारी एएसआइ मोहम्मद अजीम ने बताया कि कार असंतुलित होने की वजह से नहर में गिरी।
शादी वाले घर में छाया मातम
सतीश राघव, सोहना
बड़े बेटे पंकज की बहू को बेटी की तरह लाड़ प्यार देने की हसरत अपने सीने में लिए हरकिशन दुनिया से चले गए। वे कहते थे उनके दो बेटे हैं। बेटी भगवान ने नहीं दी। बहू को बेटी की तरह ही लाड़ प्यार देंगे। लेकिन बहू के घर आने से पहले ही शादी की तमाम खुशियां मातम में बदल गई। हरकिशन की मौत से न केवल उनके परिवार में बल्कि पूरे गांव में मातम छाया है।
ग्रामीणों के मुंह से एक ही बात निकल रही थी कि हरकिशन बहुत खुशमिजाज थे। ऐसा किसी के साथ भगवान न करे। रविवार सुबह अपनी सुसराल पहुंची नव-नवेली दुल्हन को चंद मिनटो बाद ही मायके लौटना पड़ा। शादी की रस्म पूरी होने के बाद पंकज की पत्नी कुछ समय के लिए ससुराल आई थी। उसे वापिस लौटना पड़ा। अपने ससुर की मौत की खबर सुनकर दुल्हन का भी रो-रोकर बुरा हाल था। पिता के सपने रह गए अधूरे
पंकज का रो-रोकर बुरा हाल था। उन्होंने रोते हुए बताया कि वे दो भाई हैं। बहन नहीं है। उनके पिता हरकिशन का सपना था कि वे अपने बेटों की बहू को ही बेटी का दर्जा देकर खूब लाड़ प्यार से रखेंगे। बहू ही उनकी बेटी होगी। सारे सपने अब अधूरे रह गए।