कारोबारी माहौल में हो रहा है सुधार, मगर गति धीमी
व्यापारी वर्ग इस उम्मीद से दुकान खोलता है आज उसका बेहतर कारोबार होगा। मगर अभी तक ऐसा समय नहीं आया है। कोरोना के डर से ग्राहक बाजार में आने से डर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : कोरोना महामारी ने हर क्षेत्र को नुकसान पहुंचाया है। व्यापारिक दृष्टि से तो यह काफी हानिकारक साबित हो रहा है। लाकडाउन के बाद से खुले बाजारों को उम्मीद थी कि जल्द ही मामला पटरी पर आ जाएगा। इस इंतजार में मई, जून और अब जुलाई भी निकलने वाला है। फिर भी कारोबारी दृष्टि से उम्मीद के मुताबिक सुधार नहीं आता दिख रहा है। व्यापारियों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि सुधार नहीं हो रहा है, मगर इसकी गति बहुत धीमी है। अभी तक कारोबार का स्तर महज 30 फीसद ही पहुंच सका है। त्योहारों को लेकर व्यापारी वर्ग को काफी उम्मीद है।
शहर के व्यापारियों का कहना है कि परचून, दवाइयों और सब्जी की दुकानों के अलावा कहीं और ग्राहकों का उत्साह नहीं दिखाई दे रहा है। सेक्टर-14 हुडा मार्केट के कपड़ा कारोबारी दीपक अग्रवाल का कहना है कि पिछले कई दो माह से ग्राहकों का ही इंतजार किया जा जा रहा है। जो लोग खरीदारी करने के लिए आ रहे हैं उनकी संख्या काफी कम है। ऐसे में आमदनी की बात तो दूर खर्चा निकालना ही मुश्किल हो रहा है। सदर बाजार के व्यापारियों का कहना है कि त्योहारों के दौरान स्थिति सुधरने की संभावना है। कोरोना महामारी के कारण कारोबारी वर्ग को काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है। बाजार खुले काफी समय हो गया है मगर उम्मीद के मुताबिक यहां ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं। इस समय महज 30 फीसद ही कारोबार बाजारों में हो रहा है।
- अमित सक्सेना, कारोबारी व्यापारी वर्ग इस उम्मीद से दुकान खोलता है आज उसका बेहतर कारोबार होगा। मगर अभी तक ऐसा समय नहीं आया है। कोरोना के डर से ग्राहक बाजार में आने से डर रहे हैं। ऐसा कब तक चलेगा इसके बारे में ठोस कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
- राजेश बोहरा, कारोबारी