कारोबार : चाइनीज उत्पादों के खिलाफ शुरू हो रहा जागरूकता अभियान
साइबर सिटी के बाजारों में दीपावली के मद्देनजर इस समय काफी चहल-पहल हो गई है। लोग यहां खरीदारी के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इन सभी को जागरूक लोगों द्वारा चाइनीज उत्पादों की खरीद नहीं करने की सलाह दी जा रही है। जल्द ही विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं संस्थाओं द्वारा इसके खिलाफ जोरदार तरीके से अलख जगाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। फिलहाल अभी व्यक्तिगत स्तर पर लोगों से डिजाइनर चाइनीज दीये, इलेक्ट्रॉनिक लड़ियां एवं होम डेकोरेशन के सामान नहीं खरीदने की अपील की जा रही है। जल्द ही शहर में इसे लेकर जागरूकता रैलियां भी निकाली जाएंगी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: साइबर सिटी के बाजारों में दीपावली के मद्देनजर इस समय काफी चहल-पहल हो गई है। लोग यहां खरीदारी के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इन सभी को विभिन्न संस्थाओं की ओर से चाइनीज उत्पादों की खरीद नहीं करने की सलाह दी जा रही है। जल्द ही विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं संस्थाओं द्वारा इसके खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। फिलहाल अभी व्यक्तिगत स्तर पर लोगों से डिजाइनर चाइनीज दीये, इलेक्ट्रॉनिक लड़ियां एवं होम डेकोरेशन के सामान नहीं खरीदने की अपील की जा रही है। जल्द ही शहर में इसे लेकर जागरूकता रैलियां भी निकाली जाएंगी।
छात्रों, आरडब्ल्यूए, श्रमिक संगठनों सहित विभिन्न संस्थाओं द्वारा चीनी उत्पादों के विरोध के लिए जागरूकता चलाने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके अंतर्गत नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया जाएगा। जिसके माध्यम से बताया जाएगा कि किस प्रकार से हमारे ही पैसे से चीन मजबूत हो रहा है और हमारे देश को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में नागरिकों को कर्त्तव्य है कि वह चाइनीज सामान का इस्तेमाल नहीं करें। कुछ संस्थाओं द्वारा दीपावली से पहले मिट्टी के दिए भी बांटे जाएंगे। औद्योगिक क्षेत्रों में भी श्रमिकों द्वारा पिछली बार नो चाइनीज प्रोडक्ट अभियान चलाया गया था इस बार भी यह शुरू होगा। इस प्रकार के अभियान से जुड़े कुलदीप जांघू का कहना है कि चाइनीज उत्पादों का बहिष्कार देश हित में है।
सदर बाजार के दुकानदारों का कहना है कि पिछले तीन साल से चीनी उत्पादों के प्रति लोगों का नजरिया बदलता जा रहा है। जहां पहले चाइनीज लड़ियां खूब बिकती थीं अब इसकी मांग काफी कम हो गई है। यही कारण कि दुकानदार इन उत्पादों को दुकान में रखने से बच रहे हैं। सोशल मीडिया पर चाइनीज उत्पादों के खिलाफ अभियान जारी है। फेसबुक, ट्विटर और वाट्सएप पर इससे जुड़े कई संदेश छाये हुए हैं।