कृषि कानूनों की किसानों में भ्रांतियां दूर करने को भाजपा नेताओं ने बनाई रणनीति
किसानों के फायदे के लिए बनाए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां हैं। यही वजह है कि कानूनों को रद करने के लिए आंदोलन किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: किसानों के फायदे के लिए बनाए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां हैं। यही वजह है कि कानूनों को रद करने के लिए आंदोलन किया जा रहा है। भाजपा के बड़े नेता किसानों में इन कृषि कानूनों को लेकर जो गलतफहमियां हैं उनको दूर करेंगे। इसके लिए बुधवार को प्रदेश के दिग्गज भाजपा नेताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में बैठक की। बैठक को पूरी तरह गोपनीय रखा गया।
मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ की बातचीत हुई थी। इस बैठक में तय रणनीति के तहत बुधवार को विश्राम गृह में भाजपा के दिग्गज नेताओं ने बैठक की। इस बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, भाजपा प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष सुभाष बराला, कृषि मंत्री जेपी दलाल, मंत्री कमलेश ढांडा, राज्यसभा सदस्य दुष्यंत कुमार गौतम, महेंद्रगढ़ भिवानी लोकसभा क्षेत्र के सांसद धर्मवीर व सांसद बृजेंद्र सिंह मौजूद रहे।
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में कहा गया कि प्रदेश के कुछ किसान गुमराह होकर कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। इन तीन कृषि कानूनों में किसानों को किसी प्रकार से नुकसान नहीं है। किसान इन कृषि कानूनों को लेकर किसी गलतफहमी का शिकार हो रहे हैं। तय किया गया कि उन किसानों को कृषि कानूनों के फायदे बताए जाएंगे। पार्टी के सभी दिग्गज नेताओं की अपने अपने क्षेत्र में जाकर कृषि कानूनों पर किसानों की भ्रांतियां दूर करने की जिम्मेदारी दी गई है।