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दीक्षा एप डाउनलोड करने को कर रहे प्रेरित

ई-लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए उद्देश्य से बनाए गए दीक्षा एप पर डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र) की प्रचार्य संतोष तंवर के मार्गदर्शन में डाइट प्राध्यापकों द्वारा विभिन्न विषयों का ई-कंटेंट दीक्षा एप पर अपलोड किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 04:01 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 04:01 PM (IST)
दीक्षा एप डाउनलोड करने को कर रहे प्रेरित
दीक्षा एप डाउनलोड करने को कर रहे प्रेरित

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: ई-लर्निंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाए गए दीक्षा एप पर डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र) की प्रचार्य संतोष तंवर के मार्गदर्शन में डाइट प्राध्यापकों द्वारा विभिन्न विषयों का ई-कंटेंट दीक्षा एप पर अपलोड किया गया है। डाइट के प्राध्यापक आरके पुनिया ने बताया कि प्रदेशभर के शिक्षक और विद्यार्थी दीक्षा एप पर गुणवत्तापूर्ण विषयवस्तु देख रहे हैं व डाउनलोड कर रहे हैं। इस एप पर कक्षावार व विषयवार लेसन प्लान व शिक्षा सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है, जो विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए काफी लाभदायक साबित होगी।

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आरके पुनिया ने बताया कि डाइट प्राध्यापक रोजाना 25 विद्यार्थियों से ई-लर्निंग को लेकर बातचीत करते हैं। इस दौरान विद्यार्थी व अभिभावक से दीक्षा एप पर अपलोड किए गए ई-कंटेंट को लेकर भी सवाल पूछे जाते हैं। विद्यार्थी से पूछा जा रहा है उन्हें ई-लर्निंग को लेकर कोई समस्या तो नहीं आ रही है। यह रिपोर्ट शिक्षा विभाग को दी जाती है, जिसमें विद्यार्थी की फोटो व मोबाइल नंबर दिया जाता है। दीक्षा एप डाउनलोड करने के लिए जिले के शिक्षकों को प्रेरित किया जा रहा है और एप डाउनलोड करने को लेकर वाट्सएप ग्रुप में लिक शेयर किए जा रहे हैं।

दीक्षा एप की जिला को-ऑर्डिनेटर सुशीला धनखड़ ने बताया कि प्रदेशभर में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की शैक्षिक तकनीकी शाखा प्रभारी पूनम भारद्वाज और डॉ. मनोज कौशिक के नेतृत्व में सभी जिलों की टीम को पाठ्यक्रम के अनुसार ई-कंटेंट बनाने के लिए दिया जाता है। जिला को-ऑर्डिनेटर ई-कंटेंट को विषय के अनुसार अपनी टीम के अन्य प्राध्यापकों को अलॉट करते हैं।

को-ऑर्डिनेटर सुशीला ने बताया कि प्राध्यापक उस कंटेंट को बनाकर दोबारा जिला को-ऑर्डिनेटर के माध्यम से एससीईआरटी द्वारा नियुक्त किए गए रिव्यूअर को भेज देते हैं। रिव्यूवर इस ई-कंटेंट में कुछ अपेक्षित सुझाव देते हैं और दक्षता की कसौटी पर खरा उतरने पर उसे पारित कर दिया जाता है। इस प्रकार वह कंटेंट दीक्षा पर प्रकाशित हो जाता है।


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